साइंस जगत की मासूम माफी
१० जनवरी २०१४ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय साइंस एजेंसी ने सोफी से माफी मांगी है कि उनके पास ड्रैगन तैयार करने की तकनीक नहीं है. शायद सोफी का दिल टूट गया हो. सात साल की इस बच्ची ने कॉमनवेल्थ साइंटिफिक और औद्योगिक रिसर्च संस्था (सीएसआईआरओ) के "लवली साइंटिस्ट" को पत्र संबोधित करत हुए लिखा कि क्या वे उसे एक प्यारा सा छोटा ड्रैगन दे सकते हैं, "अगर ड्रैगन लड़का हुआ तो उसका नाम स्टुअर्ट रखूंगी और अगर बेबी ड्रैगन हुई, तो उसे टूथलेस कह कर पुकारूंगी." सोफी ने वादा किया था कि बेबी को कच्ची मछलियों की पूरी खुराक दी जाएगी और उसके साथ तभी खेलेगी, जब उसे स्कूल नहीं जाना होगा.
बच्चों की किताब में टूथलेस उस ड्रैगन का नाम है, जो वाइकिंग की दोस्त बन गई है. अब तो इस पर फिल्म भी बन रही है. सोफी के पिता का नाम स्टुअर्ट है.
सोफी की इस ख्वाहिश को पूरा न कर पाने की वजह से 87 साल पुरानी संस्था ने आश्चर्यजनक तरीके से माफी मांगी है. उनका कहना है कि कहीं कुछ कमी रह गई है. अपनी वेबसाइट पर एक ब्लॉग में इसने लिखा, "कोई ड्रैगन नहीं हैं. पिछले 87 साल में हम एक भी ड्रैगन या ड्रैगन का अंडा तैयार नहीं कर पाए हैं." इसमें लिखा गया, "हमारे काम से वह ड्रैगन तैयार नहीं हो पाया, जो परिकल्पनाओं में मौजूद है. और इस नाकामी के लिए हम ऑस्ट्रेलिया से माफी मांगते हैं."
लेकिन परिकथाओं से यथार्थ की दुनिया में आते हुए वैज्ञानिकों ने सोफी की तारीफ की है और कहा है कि भले ही दुनिया में ड्रैगन नहीं होते लेकिन सोफी की वजह से "एक ड्रैगन का जन्म हुआ है." अगले ब्लॉग में उन्होंने कहा है कि "हम यूं ही बैठे नहीं रह सकते, हमने सोफी को वादा किया है."
वैसे सीएसआईआरओ के ही निर्माण शाखा में टूथलेस का 3डी प्रिंट निकाला गया था और उसका कहना है कि कहीं न कहीं तो वे ड्रैगन से जरूर जुड़े हैं. संस्था के चैड हेनरी का कहना है, "यह टाइटेनियम से बना है, जो बहुत हल्का है, तो टूथलेस तो उड़ भी सकती होगी."
सोफी की मां मेलीसा लेसथर ने बताया कि उनकी बेटी ने क्रिसमस के तोहफे के रूप में एक ड्रैगन की मांग की थी. उसके पिता स्टुअर्ट ने कहा कि यह संभव नहीं है और उसे वैज्ञानिकों को संपर्क करने को कहा. मेलीसा ने एबीसी चैनल से कहा, "हमने सोचा कि सीएसआईआरओ जवाब दे देंगे कि यह संभव नहीं है लेकिन यह तो कुछ और ही हो गया."
एजेए/एमजी (एएफपी)