सबसे ऊंचा बालू का किला
जर्मनी के डुइसबुर्ग शहर में पिछले साल के असफल प्रयास के बाद इस साल आखिरकार दुनिया का सबसे ऊंचा बालू का किला बनाने में कामयाबी मिल ही गयी. देखिए कैसे बना यह विश्व रिकॉर्ड.
बलुई पहाड़
ऊंचाई में 16.68 मीटर (लगभग 55 फीट) यह किला आधिकारिक रूप से दुनिया का सबसे ऊंचा बालू का किला माना गया है. 1 सितंबर 2017 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक मंडल ने यह फैसला किया.
सामुहिक प्रयास का फल
दस देशों के बालू के शिल्पकारों ने मिल कर बालू के ढेर से इस शानदार कला को रचा. गौर से देखें तो इस किले के डिजाइन में इस समूह की विविधता की छाप मिलती है. थाइलैंड, इटली और ग्रीस की झलक दिखी?
दोहरी कोशिश
जर्मनी का यही शहर था और यही लक्ष्य, लेकिन एक साल पहले (तस्वीर में) ऐसा ऊंचा किला बनाने की कोशिशें बालू के ढेर की तरह ही धराशाई हो गयी थीं. शर्त होती है कि बालू और पानी के अलावा कुछ ना मिलाया गया हो.
उत्साहवर्धक भीड़
स्थानीय ट्रैवल एजेंसी शाउइंसलांड राइजेन ने दोनों ही साल इस कार्यक्रम का आयोजन किया था. बनने के दौरान ही इस किले को देखने करीब 180,000 लोग पहुंचे. शहर के लैंडस्केप पार्क में बनाया गया है यह किला.
भारत से छिन गया रिकॉर्ड
अब तक बालू के सबसे ऊंचे शिल्प का रिकॉर्ड भारत के मशहूर कलाकार सुदर्शन पटनायक के नेतृत्व में 50 लोगों की टीम के नाम था. उनका "विश्व शांति" का संदेश देने वाला यह बालू का शिल्प 14.84 मीटर (लगभग 48.8 फीट) ऊंचा था.
कुछ और दिलचस्प तथ्य
डुइसबुर्ग के इस शिल्प की ऊंचाई के अलावा इसकी खास बात यह भी है कि इसे बनाने में 3,500 मीट्रिक टन बालू का इस्तेमाल हुआ और इसके निर्माण में तीन हफ्ते से ज्यादा समय लगा. इसे अपनी आंखों से देखना है तो 29 सितंबर से पहले डुइसबुर्ग पहुंच जाएं. (सामंथा अर्ली/आरपी)