सत्यम में नए निदेशक मंडल की घोषणा
११ जनवरी २००९निदेशक मंडल के तीन सदस्यों में आईटी विशेषज्ञ किरन कार्निक, बैंकिग क्षेत्र से जुड़े दीपक पारेख और सेबी के पूर्व सदस्य सी अच्युतन शामिल हैं.तीन सदस्यों वाले बोर्ड की अगले 24 घंटों में बैठक होने वाली है जिसमें बोर्ड के अन्य सात सदस्यों के नामों पर विचार किया जाएगा जिन्हें शामिल किया जाना है. कार्पोरेट मामलों के मंत्री प्रेम चंद गुप्ता ने बताया कि कंपनी के भले के लिए हर विकल्प पर सरकार विचार कर रही है.
भारत की चौथी सबसे बड़ी कंप्यूटर सॉफ्टवेर कंपनी सत्यम के संस्थापक और पूर्व प्रमुख बी. रामलिंगा राजू और उनके भाई बी राम राजू को दो सप्ताह के लिए उच्च सुरक्षा वाली चंचलगुडी जेल भेज दिया गया था. उन्हें शुक्रवार देर रात हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था. 18 घंटे तक सीआईडी की अपराध शाखा ने उनसे पूछताछ की और उसके बाद उन्हें मैजिस्ट्रेट के सामने पेश कर दिया गया. राजू के वकील भरत कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि दोनों को 23 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. भरत कुमार ने यह भी कहा कि सोमवार को राजू बंधुओं की ज़मानत की अर्जी पेश की जायेगी.
शनिवार को सत्यम के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी वी श्रीनिवासन को भी गिरफ्तार कर लिया गया. माना जा रहा है कि सत्यम में सात हज़ार करोड़ रुपये का घोटाला बिना उनकी जानकारी और सक्रिय सहयोग के संभव नहीं था. ख़बर है कि सत्यम के बहुत से खाते भी गायब हैं. लेकिन बैंकों ने कंपनी के खातों की सभी जानकारी भारतीय रिज़र्व बैंक को सौंप दी है. सत्यम के पूर्व चेयरमैन रामालिंगा राजू ने घोटाले की बात स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. उन पर धोखाधड़ी, भरोसा तोड़ने और आपराधिक साज़िश रचने के आरोप लगाए गए हैं.