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सचिन बनाम धोनी मुंबई में

२५ मार्च २०१०

सचिन तेंदुलकर की कामयाब मुंबई इंडियन्स और महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स का मुकाबला आज. धोनी ने नेट प्रैक्टिस की है लेकिन उनके खेलने पर सस्पेंस अभी बना हुआ है. उनकी टीम लगातार दो मैच हार चुकी है.

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तस्वीर: AP

एक तरफ दूसरे नंबर की मुंबई की मजबूत टीम है, जो लगातार जीत पर जीत दर्ज करती जा रही है और जिसके कप्तान सचिन तेंदुलकर बेहतरीन फ़ॉर्म में हैं. दूसरी तरफ़ लगातार दो मैच हार चुकी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम है, जिसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चोट की वजह से तीन मैच नहीं खेल पाए और सुरेश रैना की कप्तानी में टीम सिर्फ़ एक जीत हासिल कर पाई.

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सदाबहार सचिनतस्वीर: AP

आईपीएल में इस बेहद अहम मैच से पहले धोनी ने मुंबई में नेट प्रैक्टिस की और टीम के कोच स्टीफ़न फ़्लेमिंग का कहना है कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि धोनी मुंबई के खिलाफ खेल पाएंगे. फ़्लेमिंग ने कहा, "अच्छा लग रहा है कि वह टीम के साथ लौट आए हैं और प्रैक्टिस भी कर रहे हैं. उनके फ़िटनेस पर गुरुवार को ही फैसला होगा. हमें देखना है कि उनका बाजू कैसे काम कर रहा है. अभी हम खुश हैं लेकिन सतर्क भी."

कोलकाता के खिलाफ मैच के दौरान धोनी को शेन बांड की गेंद पर के दाहिने कुहनी में चोट लग गई थी. इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें 10 दिनों के आराम की सलाह दी लेकिन वह इससे पहले ही नेट प्रैक्टिस पर उतरे. कोच फ्लेमिंग पहले ही कह चुके हैं कि धोनी तय वक्त से पहले ग्राउंड पर लौट सकते हैं. हालांकि फ्लेमिंग का कहना है कि यह मामला धोनी का है और उनकी चोट को लेकर बहुत से लोगों को चिंता है क्योंकि वह टीम इंडिया के भी कप्तान हैं. भारत को अगले महीने ट्वेन्टी 20 वर्ल्ड कप में खेलना है.

India Australien Kricket
भज्जी का फायदा टीम कोतस्वीर: AP

फ्लेमिंग ने माना कि बैंगलोर से पहले मोहाली की टीम से हारना टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ. चेन्नई वह मैच सुपर ओवर में हार गया था. हालांकि कोच कहते हैं कि मंगलवार का मुकाबला बेहद मजबूत बैंगलोर की टीम से हुआ, जिससे चेन्नई हार गया.

फ्लेमिंग कहते हैं कि धोनी के लौटने का फायदा पूरी टीम को होगा. उनका कहना है, "मुझे लगता है कि इसका टीम पर मनोवैज्ञानिक फायदा पहुंचता है. अगर वह साथ हों तो बहुत अच्छा रहता है. हमें पता है कि उतार चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए." फ्लेमिंग का कहना है कि सेमीफ़ाइनल में पहुंचने के लिए 60 प्रतिशत मैच जीतना काफी है. हर टीम को 14 मैच खेलने हैं यानी आठ मैच से ज्यादा जीतने ज़रूरी हैं. चेन्नई ने अब तक तीन जीत और इतने ही हार का सामना किया है.

दूसरी तरफ़ बेहतरीन फ़ॉर्म में चल रही मुंबई की टीम है, जिसने चार में से अब तक सिर्फ़ एक मैच में मुंह की खाई है. कप्तान सचिन तेंदुलकर बेहतरीन फ़ॉर्म में हैं और लगातार दो हाफ़ सेंचुरी जमा चुके हैं. सौरव तिवारी और अम्बति रायादू जैसे बल्लेबाज अच्छे चल रहे हैं, जबकि टीम में सनत जयसूर्या भी हैं, जो कभी भी आतिशबाज़ी कर सकते हैं. जहीर खान और हरभजन सिंह जैसे गेंदबाज़ भी टीम के लिए फायदेमंद साबित हो रहे हैं.

मुंबई ने अगर चेन्नई को हरा दिया तो उसकी स्थिति आईपीएल में बेहद मजबूत हो जाएगी जबकि आईपीएल 1 की फाइनलिस्ट चेन्नई के लिए मुश्किलें बहुत ज़्यादा बढ़ जाएंगी. लेकिन चेन्नई की जीत पूरी अंक तालिका को नया आयाम दे सकती है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः आभा मोंढे