शरद पवार पर मुक़दमा चलेगा
१२ नवम्बर २००८कलकत्ता हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष शशांक मनोहर, पूर्व अध्यक्ष शरद पवार और बोर्ड के चार और अधिकारियों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए और इसकी कार्यवाही शुरू की जाए. इन सभी पर बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के ख़िलाफ़ जाली हलफ़नामे तैयार करने का आरोप है.
जगमोहन डालमिया ने क़रीब आठ महीने पहले एक मामला दर्ज किया था, जिसमें पवार और दूसरे अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था और उनके ख़िलाफ़ आपराधिक मुक़दमा दर्ज करने की मांग की गई थी. न्यायमूर्ति नादिरा पथारिया ने इसी मामले की सुनवाई के दौरान आदेश सुनाया है.
अदालत ने अपने आदेश में भारतीय दंड संहिता की धारा 195 के तहत उचित अदालत में मामले की शुरुआत करने की बात कही है. इसके बाद अदालत ने अपना फ़ैसला सुरक्षित रखा है. बीसीसीआई के जिन और चार अधिकारियों पर मुक़दमे का आदेश दिया गया है, वे हैं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रत्नाकर शेट्टी, पूर्व सचिव निरंजन शाह, सचिव एन. श्रीनिवासन और जूनियर क्रिकेट समिति के अध्यक्ष चिरायु अमीन.
क़रीब 30 साल से बीसीसीआई से जुड़े जगमोहन डालमिया ने लंबे वक्त तक भारतीय बोर्ड की बागडोर संभाली है. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी के भी अध्यक्ष रह चुके हैं. लेकिन साल 2005 में वह शरद पवार से अध्यक्ष पद का चुनाव हार गए थे. इसके बाद उन्हें बीसीसीआई से सस्पेंड कर दिया गया था और बाद में 2006 में उन्हें बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन से भी हटना पड़ा था. उन्हें बीसीसीआई के धन के ग़लत इस्तेमाल के आरोप में एक बार गिरफ़्तार भी होना पड़ा था.