शतक से चूके लक्ष्मण, भारत के 228
२८ दिसम्बर २०१०एक तरफ विकेटों का पतझड़ था और दूसरी तरफ लक्ष्मण थे. दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने लाख कोशिश कर ली लेकिन इस लकीर को नहीं मिटा पाए. हालांकि खुद लक्ष्मण इस कदर दुर्भाग्यशाली रहे कि चार रन से अपने 17वें टेस्ट शतक से चूक गए. लक्ष्मण ने बेहद मुश्किल परिस्थितियों में 171 गेंदों का सामना करते हुए 96 रन की लाजवाब पारी खेली.
जब जब भारत का टॉप ऑर्डर नाकाम साबित होता है, लक्ष्मण एक दीवार बन कर टीम के लिए खड़े हो जाते हैं. डरबन में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. विकेट गेंदबाजों का साथ दे रहा था और भारत की पहली पारी 205 पर खत्म होने के बाद मेजबान टीम सिर्फ 131 पर लुढ़क गई. इसके बाद भारत की दूसरी पारी में भी जल्दी जल्दी विकेट गिरने लगे. लेकिन लक्ष्मण ने मामला संभाल लिया.
सचिन, सहवाग और द्रविड़ इस मैच में भले फेल रहे हों, लेकिन लक्ष्मण पूरे नंबरों से पास हुए. उन्होंने दोनों पारियों में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाए. पहली पारी में 38 रन बनाने वाले लक्ष्मण ने दूसरी पारी में 12 चौकों की मदद से 96 रन बनाए. हालांकि बीच में उन्हें जहीर खान के रूप में अच्छा साथी मिला. लक्ष्मण और जहीर ने आठवें विकेट के लिए 70 रन जोड़े और भारत की स्थिति मजबूत करने में अहम योगदान दिया.
जहीर ने 27 रन बनाए. उनके आउट होने के बाद भारत ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया और 228 पर दूसरी पारी खत्म हो गई. इस तरह दक्षिण अफ्रीका पर भारत ने 302 रन की बढ़त बना ली है. मेजबान टीम को बचे हुए ढाई दिन के खेल में 303 रन का बड़ा स्कोर हासिल करना है और डरबन का विकेट बल्लेबाजों की मदद नहीं कर रहा है.
टेस्ट रैंकिंग में भारत पहले नंबर पर है, जबकि दक्षिण अफ्रीका दूसरे नंबर पर. तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत पहला टेस्ट हार चुका है और अगर यहां भी उसे हार मिलती है तो उसके कुर्सी छिन जाएगी. लेकिन अगर भारत यहां जीत दर्ज करने में कामयाब रहा, तो पहले नंबर पर उसकी स्थिति मजबूत रहेगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ए कुमार