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अपराध

वो दौर, जब कार्ति चिदंबरम बहुत ताकतवर थे

ओंकार सिंह जनौटी
२८ फ़रवरी २०१८

2012 में एक छोटे उद्योगपति ने कार्ति चिदंबरम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. तब कार्ति के पिता देश के वित्त मंत्री थे. आरोप लगाने वाले को तब पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

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Karti Chidambaram
तस्वीर: IANS

अक्टूबर 2012 में पुद्दुचेरी की पुलिस ने रवि नाम के एक छोटे उद्योगपति को गिरफ्तार किया. रवि श्रीनिवासन पर माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ "अपमानजनक" टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया.

आरोपों के मुताबिक 20 अक्टूबर 2012 को रवि श्रीनिवासन ने ट्विटर पर लिखा, ऐसी रिपोर्टें मिली हैं कि कार्तिक चिदंबरम ने (तत्कालीन) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से भी ज्यादा संपत्ति बनाई है.

भारतीय अखबार द हिंदू से बातचीत करते हुए रवि ने कहा, "मंगलवार (30 अक्टूबर) सुबह 5 बजे, मुझे जगाया गया और सीबीसीआईडी के लोगों ने मुझे मेरे घर से बाहर निकाला और बताया कि मुझे मेरे ट्वीट्स के लिए गिरफ्तार किया गया है." गिरफ्तारी कार्ति चिदंबरम की शिकायत पर हुई. शिकायत में कहा गया था कि रवि ने ट्विटर पर तीन बार कार्ति के खिलाफ अपमाजनक टिप्पणी की.

तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे की शिकायत पर पुलिस ने बेहद चुस्ती दिखाई और रवि को इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की धारा 66-A के तहत गिरफ्तार कर लिया. रवि को सीजेएम कोर्ट में पेश करते हुए पुलिस ने 15 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी. लेकिन अदालत ने रवि को जमानत दे दी क्योंकि अपराध जमानती था.

अब रवि की गिरफ्तारी के छह साल बाद कार्ति चिदंबरम को सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया है. कार्ति पर आरोप हैं कि उन्होंने रिश्वत लेकर मीडिया कंपनी को भारी विदेशी निवेश हासिल करने में मदद की. कार्ति पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अपने पिता की हैसियत का इस्तेमाल कर यह डील करवाई. कार्ति ने आरोपों से इनकार किया है. कांग्रेस कार्ति की गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बता रही है.