वेनिस महोत्सव में 'लेबनान' को गोल्डन लायन
१३ सितम्बर २००९माओज़ का कहना है कि उन्होंने टैंक के अंदर रहने और लड़ाई में हिस्सा लेने के साथ जुड़े डर को दिखाने की कोशिश की है. 1982 में लेबनान और इस्राएल के बीच युद्ध में सैनिक रह चुके माओज़ का कहना है कि लड़ाई की दर्दनाक यादों से वह इतना परेशान हो गए थे कि उन्हें इस फ़िल्म को बनाने के लिए ताकत जुटाने में 25 साल लग गए.
माओज़ बताते हैं, " मैं यह फ़िल्म उन सारे लोगों के नाम करता हूं जो मेरी तरह लड़ाई के मैदान से वापस लौट कर आते हैं. वैसे तो वह साधारण सा जीवन बिताते हैं, शादी करते हैं, नौकरी करते हैं और उनके बच्चे होते हैं लेकिन अंदर ही अंदर लड़ाई की यादें उनकी आत्मा में दाग़ छोड़ देती हैं".
अमेरिकी-चीनी निर्देशक एंग ली ने पत्रकारों से माओंज़ की फ़िल्म के बारे में कहा, " हम सब अलग अलग देशों से आते हैं, लेकिन हम खुश हैं कि उस टैंक के अंदर हम नहीं थे. यही बात इस फ़िल्म को इतना ख़ास बनाती है." हालांकि एंग ली का भी मानना था कि यह फिल्म इस्राएली पक्ष को दर्शाती है.
सिल्वर लायन के पुरस्कार से ईरान की निर्देशक शिरीन निशात को सम्मानित किया गया. शिरीन ने विमेन विदाउट मेन नाम की फ़िल्म बनाई है. निशात का कहना है कि यह फ़िल्म लोकतंत्र के अधिकारों के लिए संघर्ष दर्शाती है और इसके ज़रिए वह ईरान के शासन को एक संदेश देना चाहती हैं.
ब्रिटिश कलाकार कोलिन फ़र्त को ए सिंगल मैन फिल्म में समलैंगिक व्यक्ति को दर्शाने के लिए सबसे अच्छे एक्टर का ख़िताब दिया गया. जर्मनी के निर्देशक और तुर्की मूल के फ़तीह आकिन को सोल किचेन नाम की फ़िल्म के लिए ज्यूरी का ख़ास पुरस्कार दिया गया.
फ़िल्म फ़ेस्टिवल के आख़िरी दिन हॉलिवुड के जाने माने कलाकार जॉर्ज क्लूनी, मैट डोमन, निकोलस केज वेनिस पहुंचे. वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति हूगो चावेज़ निर्देशक ऑलिवर स्टोन की डॉक्यूमेन्ट्री फ़िल्म साउथ ऑफ द बॉर्डर का समर्थन करने पहुंचे. कई लोगों ने उनके ऑटोग्राफ़ भी लिए.
रिपोर्ट- एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन
संपादन- एस गौड़