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वीडियो: एक झटके में बह गई बस

ओएसजे/आरपी३ जून २०१६

दुनिया भर में अचानक तेज बाढ़ के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जलवायु परिवर्तन के इस दौर में बाढ़ पहले से ज्यादा घातक साबित हो रही है, क्योंकि इंसान इसे हल्के में लेता है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Heilgeist

सैकड़ों हॉर्स पावर का ताकतवर इंजन, भारी भरकम वजन और फोर बाई फोर व्हील के साथ गजब का नियंत्रण. आज कल ऐसी गाड़ियां आम हैं. तकनीकी विकास के चलते इंसान को लगने लगा है कि वह गाड़ी कहीं भी ले जा सकता है.

लेकिन यही गलतफहमी हर साल सैकड़ों लोगों की जान ले रही हैं. चाहे बात भारत की हो, सऊदी अरब की हो, यूरोप की हो या फिर ऑस्ट्रेलिया की. हर जगह गलतफहमी से भरे लोग गाड़ियों समेत औचक बाढ़ का शिकार हो रहे हैं. बाढ़ की ताकत का अंदाजा प्रशांत महासागर में बसे द्वीपीय देश सामोआ के इस वीडियो से लगाया जा सकता है. 2013 में यूट्यूब पर डाले गए इस वीडियो से बाढ़ की ताकत और इंसान की मूर्खता का साफ पता चलता है.

विशेषज्ञों के मुताबिक बाढ़ की स्थिति में ड्राइवरों को खासा सावधान होना चाहिए. आम तौर पर मटमैले पानी की ताकत की गहराई का पता नहीं चलता. बाढ़ के पानी में अक्सर पत्थर और लकड़ियां भी होती हैं जो उसे और घातक बनाती हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर सामान्य बहाव वाला पानी भी पहिये के एक्सल के बराबर ऊंचा हो तो बिना दिमाग लगाए इंतजार करना चाहिए. तेज बहाव होने पर तो दूर जाकर रुके रहना सबसे सुरक्षित तरीका है. दोपहिया वाले जोखिम लेने की सोचें भी नहीं.

आम तौर पर ऐसे हालात में लोग दूसरे की नकल करते हुए या फिर पीछे वालों को दबाव में आकर जोखिम भरा फैसला कर लेते हैं. ऐसा न करें, क्योंकि अपनी जान बचाना खुद आपकी जिम्मेदारी है.