यूरोप की 'राजधानी'
१ जनवरी २०१४ऊमेओ की खास बात यह है कि यह स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम से 650 किलोमीटर दूर है, पर आर्कटिक से केवल 150 किलोमीटर. ऊमेओ को इस साल रीगा के साथ यूरोप की सांस्कृतिक राजधानी चुना गया है. पूरे साल के लिए उत्तरी स्वीडन के इस शहर की कई योजनाएं हैं. शहर में होने वाले सांस्कृतिक आयोजनों की मार्केटिंग संभाल रही आना ओलोफसोन कहती हैं, "इस साल का मुख्य उद्देश्य है शहर को समृद्ध बनाना." वह कहती हैं कि शहर निवेशकों को अपनी ओर खींचना चाहता है, "हमें तरक्की करते रहना होगा ताकि हम वह विभिन्नता दर्शा सकें जिसकी एक आधुनिक शहर से उम्मीद की जाती है."
ऊमेओ स्वीडन के तेजी से विकास कर रहे शहरों में गिना जाता है. पिछले 50 सालों में यहां जनसंख्या तीनगुना हो गयी है. फिलहाल शहर की आबादी 80,000 है और अगर आसपास के इलाकों को भी मिला लिया जाए तो कुल आबादी 1,16,000 हो जाती है. आना ओलोफसोन को उम्मीद है कि जल्द ही शहर की जनसंख्या दो लाख को भी पार कर जाएगी, यानि अभी से दोगुना.
चार करोड़ यूरो का खर्च
ऊमेओ का एक बड़ा आकर्षण यहां की यूनिवर्सिटी है. यहां रहने वाले अधिकतर लोग पढ़े लिखे हैं. शहर में सामाजिक समस्याएं बहुत कम ही दिखती हैं और अपराध की बात की जाए तो वह भी ना के बराबर है. स्वीडन का यह 12वां सबसे बड़ा शहर है और इसे देख कर लगता है जैसे कुदरत की गोद में एक आधुनिक शहर बसा दिया गया हो. एक तरफ तो यहां लोग बर्फ पर फिसलते स्लेज की सवारी करने आते हैं, तो दूसरी ओर यह यूरोप के सबसे बड़े इंटरनेट बाजार के रूप में भी उभर रहा है.
लेकिन आना ओलोफसोन मानती हैं कि यह काफी नहीं है. सांस्कृतिक राजधानी के सिलसिले में हो रहे आयोजनों के लिए ऊमेओ पर इस साल चार करोड़ यूरो खर्च किए जा रहे हैं. लोगों को लुभाने के लिए नए नए इश्तेहार छपवाए गए हैं. शहर का लोगो है मुस्कुराते हुए दिल. लाल रंग के ये दिल लोगों का स्वागत करते नजर आते हैं.
ऊमेओ के टाउन हॉल के बाहर सफेद रंग का दरवाजा लगा है जिस पर रंग बिरंगे दस्तखत देखे जा सकते हैं. प्रोजेक्ट मैनेजर फ्रेडरिक लिंडेग्रेन बताते हैं, "जितने भी कलाकार हिस्सा ले रहे हैं, उन सबने यहां अपनी छाप छोड़ी है." फ्रेडरिक शहर में हो रहे 300 इवेंट के लिए जिम्मेदार हैं. इनमें कई ओपेरा, एग्जिबिशन और कंसर्ट शामिल हैं.
24 घंटे उजाला
साल भर में करीब दो लाख सैलानियों के यहां आने की उम्मीद है. फ्रेडरिक बताते हैं, "जब सांस्कृतिक राजधानी का खिताब मिलता है तो उसके साथ बहुत से परिवर्तन भी आते हैं." उन्होंने बताया कि गर्मियों के मौसम में जब स्वीडन में लगभग 24 घंटे उजाला रहता है, तब दिन भर कई तरह के आयोजन होंगे, "एक परफॉर्मेंस तो इतनी नाटकीय होगी कि उसमें आग, पानी और खून भी होगा."
लेकिन शोहरत के साथ आलोचनाएं भी आती हैं. अपसंख्यक सामी समुदाय के लोग इस बात पर नजर रख रहे हैं कि शहर में होने वाले आयोजनों में उनके समुदाय को किस तरह से दर्शाया जाएगा. आयोजनों को सामी कैलेंडर के अनुसार ही बांटा गया है. यह कैलेंडर आठ मौसमों में बंटा हुआ है.
इसके अलावा युवाओं का ध्यान खींचने के लिए पंक और हेवी मेटल कंसर्ट भी होंगे और फुटबॉल के मैच भी. ऊमेओ में देश विदेश के 34,000 छात्र रहते हैं. आना नाज से बताती हैं कि शहर में रहने वालों की औसतन आयु 37 साल है और आयोजनों में हिस्सा लेने वालों की बड़ी संख्या बताती है कि आयोजन कामयाब रहेगा.
आना ओलोफसोन के अनुसार स्वीडन एक ऐसा देश है जहां कभी सामंतवाद नहीं रहा. 18वीं सदी में भी किसानों ने एक ऐसा सिस्टम तैयार कर लिया था जिसके चलते उन्हें समानता का अधिकार था. दुनिया भर के सैलानियों को ऊमेओ आने का निमंत्रण देती हुई वे कहती हैं, "स्वीडन एक आधुनिक देश है. लेकिन अगर आप किसी शहर में आ कर इसकी रूह को पहचानना चाहते हैं, तो ऊमेओ आइए."
रिपोर्ट: राल्फ बोजेन/आईबी
संपादन: महेश झा