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वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के मलबे से बना जहाज़

३ नवम्बर २००९

11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमले में ख़ाक हुए वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के मलबे से मिले 7.5 टन इस्पात से बना पोत जब न्यूयॉर्क पहुंचा तो इसे देखने बहुत से लोग पहुंचे लेकिन हमले में अपनों को खोने वालों के लिए यह एक भावुक पल था.

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यूएसएस न्यूयॉर्कतस्वीर: dpa

आतंकवादी हमले में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पूरी तरह तबाह हो गया लेकिन इससे बड़ी मात्रा में पिघला हुआ इस्पात मलबे के तौर पर मिला. इसी मलबे से बना है यूएसएस न्यूयॉर्क जहाज़ जो सोमवार को न्यूर्याक शहर पहुंच गया. जहाज़ की चोटी में ट्विन टावर की फ़ोटो सहित, आतंकी हमले के बाद तबाह हुए शहर का नज़ारा भी बना है. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले में 3,000 लोग मारे गए थे.

बर्बादी से निर्माण

न्यूयॉर्क पहुंचने के साथ ही यूएसएस न्यूयॉर्क की गति दो पल के लिए थम गई, जब 21 गोलियों की सलामी के साथ इसका स्वागत किया गया. इस अवसर पर जहाज़ पर अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए 2001 के हमले में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों, बचाव दल और आम जनता को भी आमंत्रित किया गया था. जहाज़ की पहली यात्रा लुइसियाना से शुरू हुई, जहां तीन हफ़्ते पहले इसे बनाया गया था. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धाजंलि देने के लिए दो अन्य जहाज़ आरलिंग्टन और सोमेरेस्ट का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसे यूएसएस न्यूयॉर्क के साथ शामिल किया जाएगा.

भावुक पल

हमले में अपने पति को खो चुकीं जो एन एटलस ने समाचार एजेंसी एपी को बताया कि हमें उन्हें जरूर याद करना चाहिए. उन्हें सम्मानित करने का यही तरीक़ा है. अपने फ़ायरफ़ाइटर भाई की मौत देख चुकीं रोसलीन टलान इस बात पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करती हैं कि टावर की बची हुई इस्पात को जहाज़ बनाने में दोबारा उपयोग कर लिया गया. वह कहती हैं, "यह बेकार पड़े इस्पात और मुड़े-तुड़े इस्पात का बेहतर प्रयोग है. मुझे इस बात पर गर्व है कि सेना ने बेकार पड़े इस्पात बेहतर उपयोग किया है."

रिपोर्टः एजेंसियां/सरिता झा

संपादनः ए कुमार