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वर्ल्ड कप की आखिरी टिकटों के लिए भारी भीड़

७ जून २०१०

फुटबॉल वर्ल्ड कप की बची हुई कुछ हजार टिकटों के लिए लोगों का तांता लग गया है. मेजबानी करने वाली कुछ कंपनियों ने 38000 टिकटें लौटा दी थीं, जिन्हें मुकाबले शुरू होने से चार दिन पहले बेचा जा रहा है. वर्ल्ड कप 11 जून से शुरू.

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तस्वीर: APTN

फीफा की टिकटिंग सब कमेटी के प्रमुख हॉर्स्ट आर श्मिट का कहना है कि आखिरी मिनटों में टिकटों की जबरदस्त मांग बढ़ी है. जोहानिसबर्ग की सर्द रात में कई लोग टिकटों के लिए रात भर कैंप लगा कर इंतजार करते रहे. एक शख्स ने रेडियो में दिए इंटरव्यू में कहा कि वह 24 घंटों से टिकट खरीदने का इंतजार कर रहा है.

ये टिकट सिर्फ उन नौ शहरों में बेचा जा रहा है, जहां वर्ल्ड कप के मैच होने हैं. फुटबॉल प्रशंसकों को उम्मीद है कि इस बार उन्हें टिकट लेने में कोई दिक्कत नहीं होगी. पिछली बार टिकट बेचने के वक्त सिस्टम ठप हो गया था और लोगों को मायूस लौटना पड़ा था.

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मेजबान स्वागत के लिए तैयारतस्वीर: AP

हाल के दिनों में दूसरी बार इस तरह से टिकटों को बेचा जा रहा है. जोहानिसबर्ग में फुटबॉल प्रेमी इसे हासिल करने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहे. ये थोड़ी महंगी टिकटें हैं और इनकी कीमत 1400 दक्षिण अफ्रीकी रैंड (8500 भारतीय रुपये) से 2100 (12500 भारतीय रुपये) रैंड तक है. इन टिकटों के साथ ड्रिंक मुफ्त है.

ये टिकट ग्रुप मुकाबलों, अंतिम 16 के मैच और क्वार्टर फाइनल मुकाबलों के हैं. लेकिन ओपनिंग सेरेमनी, फाइनल या सेमीफाइनल के टिकट नहीं हैं. फुटबॉल की अंतरराष्ट्रीय संस्था फीफा ने इसके अलावा कुछ सस्ते टिकट भी बेच रहा है, जिनकी कीमत 140 रैंड है.

पिछले दिनों पूरा विश्व आर्थिक मंदी की चपेट में था और समझा जाता कि इतने टिकटों का उस वक्त नहीं बिक पाना भी इसकी एक वजह रही होगी. लेकिन अब आयोजकों को उम्मीद है कि उनकी सभी टिकटें बिक जाएंगी. फीफा वर्ल्ड कप के लिए लगभग 30 लाख टिकट बेचे गए हैं.

रिपोर्टः डीपीए/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह