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लाहौर कांड की जांच में तेज़ी का दावा

६ मार्च २००९

पाकिस्तान के लाहौर शहर में श्रीलंकाई क्रिकेटरों पर हमले की जांच में पुलिस को स्थानीय चरमपंथियों पर शक है. कल ही पंजाब सूबे के गर्वनर ने दावा किया था कि हमलावरों की पहचान कर ली गयी है और वे पुलिस की गिरफ़्त में हैं.

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स्थानीय चरमपंथियों पर शक की सुईतस्वीर: picture-alliance/ dpa

लाहौर पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पूरी रफ़्तार से जारी है. इस बीच पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान यूनुस ख़ान से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बिरादरी से पाकिस्तान को अलग थलग न करने की अपील की.

लाहौर में श्रीलंकाई क्रिकेटरों पर जानलेवा हमले की जांच कर रही पुलिस टीम के प्रमुख सलाउद्दीन नाज़ी ने मीडिया को बताया कि तेज़ी से आगे बढा जा रहा है और जांच के नतीजे जल्द ही सामने आ जाएंगे. लेकिन नाज़ी ने इस बारे में विस्तार से बताने से इंकार कर दिया. पुलिस ने कल ही 12 मे से चार हमलावरों के स्केच जारी किए थए और कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया था.

पाकिस्तान में सियासी माहौल यूं भी सत्तारूढ़ पाकिस्तानी पीपुल्स पार्टी और विपक्षी पाकिस्तानी मुस्लिम लीग एन के बीच जारी टकराव से तपा हुआ है. पंजाब सूबे में राजनीति की ये तपिश कुछ ज़्यादा ही नुमायां है जहां पिछले दिनों सूबे की राजधानी लाहौर में क्रिकेटरों पर हुए हमले ने सुरक्षा हील हवाली पर बहस छेड़ दी है. कुछ आलोचकों का कहना है कि राजनीतिक झगड़े में सुरक्षा जैसे नाज़ुक मुद्दे पर पूरा ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

सुरक्षा हालात और राजनैतिक रस्साकशी का असर पाकिस्तानी शेयर बाज़ार पर भी देखा जा रहा है. निवेशकों में उत्साह नहीं है और पाकिस्तानी रूपया ढलान पर है.

Anschlag auf Cricket Team in Pakistan
विदेशी हाथ की संभावना पर विरोधाभासी बातेंतस्वीर: AP

लाहौर हमले को लेकर जांच टीम का दावा है कि वो सही रास्ते पर है. एक पाकिस्तानी अख़बार डॉन में प्रकाशित एक ख़बर के मुताबिक शक की सुई लश्करे तैयबा नाम के गुट पर भी है. एजेंसियों ने इस ख़बर के हवाले से ये भी बताया है कि जांच दल ने हमले में भारतीय एजेंसियों या श्रीलंका के तमिल विद्रोहियों का हाथ होने की संभावना से इंकार किया है.

लेकिन समाचार एजेंसी एएफपी ने पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के प्रमुख रहमान मलिक का एक कोट प्रकाशित किया है जिसके मुताबिक हमले में विदेशी हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता. लिट्टे से जुड़े पत्रकारों के सवाल के जवाब में मलिक ने ये आशंका जतायी. मलिक ने इस कांड में किसी धार्मिक चरमपंथी गुट का हाथ होने की संभावना से भी इंकार किया.

इस बीच पाकिस्तानी क्रिकेट में हलचल जारी है. आईसीसी मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड के सुरक्षा को लेकर आए बयान से पाकिस्तानी क्रिकेट प्रशासन नाराज़ है. पूर्व क्रिकेटर जावेद मियादाद ने आरोप लगाया है कि ब्रॉड घटना को गलत दिशा में तूल दे रहे हैं. क्रिकेट बोर्ड ने ब्रॉड के बयान पर एक शिकायत आईसीसी को भेजने के लिए आज एक बैठक भी बुलायी थी.