लता दीदी से मिली हिम्मतः आशा भोसले
२५ अप्रैल २०११रविवार को आशा भोंसले के अभिनय वाली फिल्म माई की शूटिंग शुरू हुई. आशा भोंसले पहले ही इस फिल्म की मुख्य भूमिका निभाने के लिए राजी हो गई थी, लेकिन कैमरे के सामने जाने में उन्हें फिर भी डर लग रहा था. "पिछली रात मैंने दीदी को फोन किया. जिन्होंने मुझे विश्वास दिलाया कि मैं अच्छा काम करूंगी. दीदी ने कहा कि अभिनय मेरी रग रग में बसा है क्योंकि हमारे पिताजी दीनानाथ मंगेशकर नाटक के अभिनेता थे." माई फिल्म का निर्देशन महेश गोडियाल ने किया है.
बेटे की जिद पर
आशा भोंसले ने कहा, "मुझे दीदी का गाया बड़ी मां गाना याद नहीं है. मैं इस फिल्म में नूरजहां के साथ बच्चे के तौर पर काम कर रही थी." आशा ने कहा कि अपने बेटे आनंद की जिद पर उन्होंने फिल्म में काम करना स्वीकार किया. "उसे निर्माता नितिन शंकर ने कहानी बताई थी. दोनों ने जोर दिया कि मैं यह फिल्म करूं. मैं आनंद को ना नहीं कर सकती. हामी भरने के बाद भी मुझे चिंता होती रही कि कैसे मैं डायलॉग्स याद रखूंगी. गाने याद रखना तो आसान है क्योंकि वह लय और सुर में होते हैं."
आशा ने कहा कि माई नाम से वह फिल्म से जुड़ गईं क्योंकि इसी नाम से वे सभी भाई बहन अपनी मां को पुकारते थे.
ओरिजिनल ही याद रहेंगे
पिस्ता रंग की साड़ी में बैठीं आशा भोंसले ने पद्मिनी कोल्हापुरे के साथ फिल्म का मुहूर्त शॉट शूट किया. मुहूर्त क्लैप यश चोपड़ा ने दिया.
माई एक बूढ़ी औरत की कहानी है जिसे उसका बेटा घर से निकाल देता है और फिर वह अपनी बेटी और दामाद के घर रहने जाती है. आशा भोंसले ने फिल्म के मुहूर्त पर कहा, "चाहे जितने रिमिक्स बने, ओरिजिनल गाना हमेशा ही याद रखा जाता है." हालांकि उन्होंने अभी दम मारो दम फिल्म का दम मारो दम गाना नहीं सुना है. "मैं इसे सुनना भी नहीं चाहती. ये मेरा दिल प्यार का दीवाना और दम मारो दम जैसे गाने फरहान अख्तर के डॉन और रोहन सिप्पी की दम मारो दम में रिमिक्स कर के पेश किए गए हैं, लेकिन लोगों को हमेशा पुराने गाने ही याद रहेंगे."
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः एमजी