लक्जरी में झूलते हुए कैंपिंग के मजे
स्पा जाना, गोल्फ खेलना - अमीरों के शौक की सारी सुविधाओं से लैस है ये कैंपिंग साइट्स. स्लीपिंग बैग और टेंट जैसी बुनियादी सुविधा वाली कैंपिंग हुई पुरानी बात, देखिए कैंपिंग के नए लक्जरी वाले अंदाज.
कैरावैन या हाउस बोट?
जर्मनी में गर्मियों के मौसम में छुट्टियां बिताने के लिए हाउस बोट एक आकर्षक विकल्प होता है. इस तैरते हुए कैरावैन को "सीलैंडर" कहते हैं. इसके सभी फीचर समुद्र के लिए तो नहीं लेकिन झीलों और नदियों के ऊपर बेपरवाह होकर पड़े रहने के लिए बढ़िया हैं.
लक्जरी कैंपर व्यापार
कभी सस्ता हॉलीडे विकल्प माने जाने वाला कैपिंग आज एक बड़ा लक्जरी सेक्टर और प्रतिस्पर्धी कारोबार है. कैपिंग के बजाए अब ये 'ग्लैंपिंग' यानि ग्लैमरस कैंपिंग बन चुकी है. पहले एक टेंट लगाने के लिए जहां 10 यूरो प्रति दिन के आस पास देने पड़ते थे, आज कई सुविधाओं से लैस इस कैंपिंग पिचों के लिए 80 यूरो तक देने पड़ सकते हैं, यानि एक बढ़िया होटल के कमरे जितना किराया.
कूल कैपिंग कल्ट
मौसम की गारंटी ना होने के कारण ज्यादातर लोग अब भी टेंट के बजाए होटल के कमरे को तरजीह देते हैं. आंकड़े दिखाते हैं कि केवल 8 फीसदी जर्मन ही होटल की जगह टेंट लेना पसंद करेंगे. बर्लिन के ऐसे हट पैलेस जैसे इनडोर विकल्प दोनों आनंद देते हैं. इसमें होटल जैसी सेवाएं 24 घंटे मिल सकती हैं. कोई शहर में कैंपिंग करना चाहे तो अपने कैरावैन को घर छोड़ सकता है.
अपने आप में एक शहर
जर्मनी की राइन नदी पर स्थित ग्राफ आइलैंड पर बना मनोरंजन पार्क देश का सबसे बड़ा फैमिली कैंपिंग साइट है. यहां के 21 लाख वर्ग मीटर इलाके में 9,000 कैंपर रह सकते हैं. यहां कई मील में फैले बीच हैं. केंद्रीय सरकार के आंकड़े दिखाते हैं कि साल 2015 में यहां करीब 2.9 करोड़ लोगों ने रात बिताई.
घर जैसा सुकून
जर्मन कैंप साइटों पर लोगों को अपने कैरावैन रखने के लिए स्थायी प्लॉट मिल सकते हैं. यह देखने में बिल्कुल किसी पारंपरिक जर्मनी बसेरे जैसा लगता है. कभी बुर्जुआ शौक समझी जानी वाली कैपिंग आज आम मध्यमवर्गीय लोगों के बीच लोकप्रिय है. कुछ कैंपों के पास अपने स्विमिंग पूल और घुड़सवारी की जगहें है.
कैपिंग का बाजार
खुला माहौल और प्रकृति से नजदीकी लेकिन लक्जरी वाला जीवन जीने के लिए असल में कई सारी चीजों की जरूरत पड़ती है. जर्मन टूरिज्म संघ के अनुसार, केवल पिछले एक साल में ही जर्मन लोगों ने कैंपिंग का सामान खरीदने में करीब 8.2 अरब यूरो खर्च किए.
मौसम हो आशिकाना
जर्मन कैंपिंग क्लब का कहना है कि जब भी मौसम हसीन हो तो कई सारे लोग झटपट कैपिंग हॉलीडे मनाने की योजना बना लेते हैं. ऐसे लक्जरी कैंपों में छुट्टियां मनाने के जर्मनी में कई सारे खूबसूरत ठिकाने मौजूद हैं.