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"रोको आंध्र का विभाजन, वरना दे देंगे जान"

१६ दिसम्बर २००९

अलग तेलंगाना के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे कांग्रेस सांसद एल राजगोपाल का कहना है कि जब तक आंध्र प्रदेश के विभाजन की प्रक्रिया रोकी नहीं जाएगी, उनका उपवास जारी रहेगा. उधर इस मुद्दे पर बुधवार को भी संसद में हंगामा हुआ.

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मुख्यमंत्री रोसैयाः क्या करेंतस्वीर: UNI

विजयवाड़ा में अनशन पर बैठे राजगोपाल ने कहा, "लोग संयुक्त आंध्र प्रदेश चाहते हैं. हमें इसे आगे बढ़ाना चाहिए. मेरा उपवास तब तक जारी रहेगा, जब तक राज्य के विभाजन की प्रक्रिया रुक नहीं जाती. इसके बाद भी हम तेलुगु बोलने वाले लोगों की एकता को बढ़ावा देने की कोशिश करेंगे."

उधर तेलुगु देशम पार्टी के विधायकों डी उमामहेशवर राव और रामाकोटैय्या समेत अन्य नेताओं की भूख हड़ताल बुधवार को चौथे दिन भी जारी रही. पुलिस ने मंगलवार की रात रामाकोटैय्या और विजयवाड़ा की पूर्व मेयर पी अनुराधा को ज़बरदस्ती अस्पताल में भर्ती कराया. डी उमामहेशवर ने कहा, "पुलिस ने हमारे शांति पूर्ण उपवास में अड़चन डालने की कोशिश की लेकिन हमारा उपवास तब तक जारी रहेगा, जब तक केंद्र सरकार साफ़ साफ़ नहीं कह देती कि राज्य का विभाजन नहीं होगा. हम संयुक्त आंध्र प्रदेश के लिए अपने जीवन की क़ुरबानी देने को तैयार हैं."

पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के भाई और विधान परिषद के सदस्य वाईएस विवेकानंदा रेड्डी ने भी कड्डपा में अनिश्चित काल की भूख हड़ताल शुरू कर दी है. उनकी मांग है कि केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश के विभाजन की प्रक्रिया रोके. इस बीच प्रजाराज्यम पार्टी के विधायक जी श्रीनिवासा राव ने पार्टी प्रमुख चिरंजीवी से मांग की है कि वह अलग तेलंगाना राज्य का समर्थन करना बंद करें और संयुक्त तेलंगाना के लिए काम करें. प्रजाराज्यम के 18 में से 15 विधायक ग़ैर तेलंगाना इलाक़े से आते हैं.

इस बीच अनंतपुर की श्री कृष्णदेवराय यूनिवर्सिटी में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम हैं. मंगलवार को वहां पुलिस को प्रदर्शनकारी छात्रों पर लाठी चार्ज करनी पड़ी थी. यूनिवर्सिटी को 27 दिसंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है जिसके बाद ज़्यादातर छात्र अपने घर चले गए हैं. इसलिए वहां स्थिति शांति पूर्ण है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः महेश झा