राष्ट्रपति की कुर्सी और 39 साल का युवा
धुरंधर मिट्टी पलीद हो गए और 39 का युवा बाजी मार गया. फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव में इमानुएल माक्रों ने सबको चौंका दिया. कैसी है राष्ट्रपति यह शख्सियत.
पूर्व इनवेस्टमेंट बैंकर
फ्रांस के वित्त मंत्रालय में फाइनेंशियल इंस्पेक्टर की नौकरी करने वाले माक्रों ने इस जॉब को छोड़कर रोटशील्ड बैंक ज्वाइन किया. बैंक की नौकरी में उनका पद इनवेस्टमेंट बैंकर का था. अपने प्रचार अभियान में माक्रों ने फ्रांस को ज्यादा बिजनेस फ्रेंडली देश बनाने और कॉरपोरेट टैक्स कम करने का वादा किया.
पत्नी से 24 साल छोटे
इमानुएल माक्रों अपनी पत्नी ब्रिजिट से 24 साल छोटे हैं. मार्कों जब 15 साल के थे, तब जर्मन साहित्य की टीचर ब्रिजिट के संपर्क में आए. ब्रिजिट के तलाक के बाद 2007 में माक्रों ने उनसे शादी की. दोनों का कोई बच्चा नहीं है, लेकिन 63 साल की ब्रिजिट सात बच्चों की दादी नानी हैं.
उदारवादी
अक्टूबर 2016 में अपने चुनाव अभियान के दौरान माक्रों ने कहा, “फ्रांस में अभी कोई धर्म समस्या नहीं है. राज्य को निरपेक्ष रहना चाहिए क्योंकि धर्मनिरपेक्षता इसके हृदय में है. हर किसी को ईमानदारी से अपने धर्म का पालन करने की संभावना देना हमारा कर्तव्य है.”
मजबूत सैन्य बजट के पक्षधर
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक माक्रों फ्रांस का रक्षा बजट दो फीसदी बढ़ाना चाहते हैं. फिलहाल जी़डीपी का 1.8 फीसदी पैसा रक्षा बजट पर खर्च होता है. माक्रों पहले कह चुके हैं कि अगर सीरिया में राष्ट्रपति असद द्वारा रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के सबूत मिले तो सीरिया में अंतराष्ट्रीय समुदाय को दखल देना चाहिए.
यूरोपीय संघ के समर्थक
दक्षिणपंथी पार्टी का मुख्य चेहरा रही मारीन ले पेन फ्रांस को यूरोपीय संघ से अलग करना चाहती हैं. वहीं माक्रों यूरोपीय संघ की मजबूती के पक्षधर हैं. पहले राउंड में ले पेन पर उनकी जीत ने यूरोपीय संघ को राहत दी है. माक्रों कहते हैं, “2008 से हम यूरोप को बनाने में नाकाम रहे हैं. यूरोप के सपने को फिर से तैयार करना हमारी चुनौती है.”