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यूरोप ने दी हेल्मुट कोल को भावभीनी विदाई

१ जुलाई २०१७

पूर्व जर्मन चांसलर हेल्मुट कोल को लंबी आखिरी विदाई. पहला आधिकारिक शोक समारोह यूरोपीय संसद के मुख्यालय श्ट्रासबुर्ग में हुआ. उसके बाद उन्हें स्पायर ले जाया जायेगा जहां अंतिम समारोह के बाद उन्हें दफनाया जायेगा.

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Trauerfeierlichkeiten für Altkanzler Kohl
तस्वीर: Reuters/A. Wiegmann

यूरोपीय संघ के इतिहास में पहली बार किसी राजनेता को यूरोपीय संसद में शोक सभा के साथ अंतिम विदाई दी गयी है. पूर्व चांसलर हेल्मुट कोल ने खुद ये इच्छा व्यक्त की थी. दो हफ्ते पहले 87 साल की आयु में उनका निधन हो गया था. कोल के सहयोगी और मित्र तथा अब यूरोपीय आयोग के प्रमुख जाँ क्लोद युंकर ने इस इच्छा को पूरा किया और अब तक के पहले ऐसे शोक समारोह की तैयारियां करायीं.

Juncker: A post-war giant is leaving us

यूरोपीय संसद और जर्मन गृह मंत्रालय के प्रोटोकोल ने दस घंटे तक चलने वाले समारोहों की तैयारी को अमली जामा पहनाया. इन समारोहों के लिए हजारों मेहमानों को दुनिया भर से आमंत्रित किया गया, सैकड़ों पत्रकार रिपोर्टिंग के लिए पहुंचे और टीवी चैनलों ने सीधा प्रसारण किया.

स्पायर में दफन

स्ट्रासबुर्ग में दो घंटे के समारोह के बाद कोल के शव को हेलिकॉप्टर से उनके शहर लुडविषहाफेन ले जाया गया जहां उनके ताबूत को कारों के एक काफिले में शहर से होकर राइन नदी तक ले जाया जायेगा ताकि स्थानीय निवासी अपने दिवंगत नेता को अंतिम श्रद्धांजलि दे सकें. वहां से शव को एक जहाज पर स्पायर ले जाया जायेगा जहां ऐतिहासिक कैथीड्रल में आखिरी शोक सभा होगी.

'Sleep well, my friend'

पूर्व चांसलर का शव स्ट्रासबुर्ग में यूरोपीय नीले झंडे में लपेटा गया था. लुडविषहाफेन पहुंचने पर उसे जर्मन झंडे के साथ बदल दिया जायेगा. स्पायर डोम में 1500 आमंत्रित अतिथियों के साथ शाम छह बजे शोक सभा होगी. गिरजे के बाहर शहर के करीब 3000 लोग अंदर होने वाले समारोह को बड़े पर्दे पर देख पायेंगे. शोक सभा के बाद पूर्व चांसलर को स्पायर के पुराने कब्रगाह में दफनाया जायेगा. हेल्मुट कोल स्पायर के कैथीड्रल के साथ निकट रूप से जुड़े रहे हैं.

यूरोप के लिए 8 भाषण

स्ट्रासबुर्ग में शोक समारोह भारी सुरक्षा बंदेबस्त के बीच संपन्न हुआ. आंतकी हमले की आशंका से यूरोपीय संसद के आस पास के पूरे इलाके की नाकेबंदी कर दी गयी थी. शोक समारोह में 8 राजनेताओं ने जर्मनी और यूरोप के एकीकरण में कोल के योगदान की सराहना की. यूरोपीय संघ की ओर से आयोग प्रमुख जाँ क्लोद युंकर और मंत्रिपरिषद के प्रमुख डोनाल्ड टुस्क के अलावा यूरोपीय संसद के अध्यक्ष अंटोनियो तेयानी ने भाषण दिये.

'Thanks for the chances'

कोल की इच्छा को पूरा करने के लिए स्पेन के पूर्व प्रधानमंत्री फेलिपे गोंजालेस, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और रूसी प्रतिनिधि के तौर पर प्रधानमंत्री दिमित्री मेद्वेदेव को आमंत्रित किया गया था. कोल के कार्यकाल में सोवियत राष्ट्रपति रहे मिखाइल गोर्बाचेव ने स्वास्थ्य कारणों से शोक सभा में आने में असमर्थता जतायी थी. गोर्बाचेव के साथ कोल ने जर्मन एकीकरण की राह खोली थी.

शोक सभा का समापन भाषण जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने दिया. उनकी भागीदारी पर मीडिया रिपोर्टों के अनुसार शुरू में विवाद था. रिपोर्टों के अनुसार हेल्मुट कोल की पत्नी माइके कोल रिष्टर उनके भाषण का विरोध कर रही थीं. उनके मृत पति के चांसलर के साथ संबंध तल्ख थे. मैर्केल ने साल 2000 में सीडीयू पार्टी में अवैध चंदा कांड में फंसे कोल से दूरी बना ली थी. कई साल बाद दोनों के बीच पहली बातचीत हुई जब मैर्केल चांसलर बन गयी थी. चांसलर की मौत पर आम तौर होने वाला राष्ट्रीय सरकारी शोक समारोह नहीं होगा. 

परिवार में विवाद

हेल्मुट कोल के एक बेटे वाल्टर कोल ने बर्लिन में राष्ट्रीय शोक सभा आयोजित करने का समर्थन किया था. कोल की दूसरी पत्नी माइके का पहली पत्नी के बच्चों के साथ झगड़ा है. वाल्टर कोल ने बताया कि उन्हें पिता की मौत की खबर रेडियो से मिली. मौत की खबर सुनकर वे और उनके बच्चे पिता को आखिरी बार देखने अपने पुराने घर पहुंचे लेकिन उन्हें घर के अंदर नहीं घुसने दिया गया.

कोल के बीमारी वाले अंतिम दिनों में सिर्फ कुछ ही नजदीकी लोगों को घर में जाने की अनुमति थी.उनमें से एक हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान हैं, जो कोल की पत्नी रिष्टर के अनुसार शोक सभा में बोलने के उम्मीदवार थे. लेकिन यूरोपीय संघ के अधिकारियों ने इस मांग को ठुकरा दिया क्योंकि लोकतांत्रिक नियमों का पालन नहीं करने के आरोपों को लेकर ओरबान और यूरोपीय संघ में ठनी हुई है.