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म्यांमार सेना ने रोहिंग्या आतंकियों को ठहराया जिम्मेदार

२५ सितम्बर २०१७

म्यांमार के रखाइन प्रांत में चल रही जातीय हिंसा में हजारों हिंदू भी विस्थापित हुए हैं. इस बीच म्यांमार सेना ने कहा है कि सामूहिक कब्रों में और 17 लाशें मिली हैं.

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Bangladesch Biometrische Registrierung von Rohingya-Flüchtlinge
तस्वीर: DW/M. Mostqfigur Rahman

म्यांमार सरकार का दावा है कि उसे रोहिंग्या आतंकियों द्वारा मारे गये 17 और लाशें मिली है. इसके पहले रविवार को समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट में कहा गया था कि म्यांमार सेना को रोहिंग्या आतंकियों के हाथों मारे गए 28 हिंदुओं की सामूहिक कब्र मिली है. रविवार को सेना ने कहा था कि जो 28 लाशें मिलीं हैं उनमें से अधिकतर महिलाओं और बच्चों की हो सकती हैं.

म्यांमार के रखाइन प्रांत में पुलिस चौकियों पर रोहिंग्या विद्रोहियों के हमले के बाद बीते 25 अगस्त से हिंसा भड़क गयी और उसके बाद से ही तनाव जारी है. अब तक 4 लाख रोहिंग्या मुसलमान भागकर बांग्लादेश का रुख कर चुके हैं.

सेना ने हत्याओं के लिए उग्र रोहिंग्या आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस दल के साथ जांच में शामिल देश के हिंदू नेता नी माउल ने कहा है कि जो ताजा लाशें मिली हैं वे हिंदू समुदाय के पुरुषों की हैं. माउल ने कहा, "हमारी जांच अब भी जारी है. आशंका है कि 100 से ज्यादा हिंदुओं को मारा गया है."

पिछले कई सालों से म्यांमार सेना और रोहिंग्या समुदाय के बीच संघर्ष की स्थिति बनी हुई है. रोहिंग्या मुसलमानों पर कई बार सेना के जवानों को मारने का आरोप भी लगा है. रोहिंग्या मुसलमानों के "जातीय सफाये" को लेकर संयुक्त राष्ट्र पहले ही अपनी चिंता जता चुका है. 

एए/ एमजे (एएफपी)