मोदी ने दिया 12000 पन्नों का जवाब
१६ मई २०१०टेस्ट मैच की लंबी नाबाद पारी की तरह ललित मोदी ने बीसीसीआई के आरोपों का लंबा चौड़ा जबाव दिया. शनिवार को बीसीसीआई के दफ़्तर के बाहर चार कारें रुकी, उनमें से छह बड़ी पेटियां उतारी गईं और उन पेटियों के भीतर समाए 12 हजा़र पन्नों के जवाब मोदी के वकील महमूद एस अबिदी ने रत्नाकर शेट्टी को सौंपा. बोर्ड के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी आईपीएल पर लग रहे धांधली और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे हैं.
अबिदी ने यह नहीं बताया कि जवाब में मोदी ने क्या क्या कहा है. लेकिन अबिदी ने कहा, ''हमने सभी बातों पर सफाई दी है. हमने अपनी ओर से कोई बात नहीं छोड़ी है. हमें उम्मीद है कि कारण बताओ नोटिस को तुरंत रद्द किया जाएगा. सभी आरोपों का विस्तार से ज़िक्र किया गया है.''
मोदी के वकील अबिदी को उम्मीद है कि बीसीसीआई को आईपीएल के निलंबित कमिश्नर को राहत देनी ही पड़ेगी. अबिदी ने कहा, ''बीसीसीआई के लिए अब यह मौक़ा नहीं बचा कि वह आरोपों को जारी रखें. मुझे 100 फ़ीसदी भरोसा है कि बीसीसीआई अध्यक्ष जवाब से संतुष्ट होंगे और मिस्टर मोदी के ख़िलाफ़ आरोप वापस लेंगे.''
ललित मोदी पर आईपीएल में कई गड़बड़ियां करने के आरोप हैं. इनमें फ्रैंचाइजी, वित्तीय गडबड़ी और प्रसारण अधिकारों बेचने में गडबड़ी जैसे आरोप हैं. इन आरोपों को लेकर बोर्ड ने मोदी से जबाव देने को कहा था. मोदी को 10 मई तक का वक्त दिया गया था लेकिन उन्होंने पांच दिन की मोहलत और ले ली. सूत्रों का कहना है कि अपने जवाब में मोदी ने सभी पांच आरोपों को ख़ारिज़ किया है.
वैसे मामले की असल जांच इनकम टैक्स विभाग कर रहा है. बीसीसीआई पहले ही कह चुका है कि इनकम टैक्स विभाग कई ऐसे दस्तावेज़ मांग रहा है जो उनके पास नहीं हैं. बोर्ड के मुताबिक कई अहम फाइलें ललित मोदी के पास ही हैं. अब देखना है कि मोदी के जवाब पर बोर्ड क्या कहता है. वैसे यह तय है कि 12 हज़ार पन्नों को पढ़ने में बोर्ड को कई दिन ज़रूर लगेंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य