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मालदीव के रिजॉर्ट्स में देह व्यापार पर बवाल

२ जनवरी २०१२

मालदीव सरकार देश में चल रहे स्पा और मसाज पार्लर को बंद करने के आदेश पर दोबारा सोच रही है. पिछले हफ्ते इन्हें बंद करा दिया गया था. सरकार का कहना है कि बड़े होटलों में स्पा और मसाज पारलर के नाम पर देह व्यापार चल रहा है.

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तस्वीर: picture alliance / Bildfunk

छुट्टियां मनाने के लिए मालदीव भारतीय लोगों में भी उतना ही लोकप्रिय है जितना पश्चिमी देशों में. कुछ लोग शादी के बाद इन खूबसूरत द्वीप पर छुट्टियां मनाने जाते हैं तो कुछ खास तौर से शादी करने के लिए ही यहां पहुंचते हैं. सफेद रेत और नीले आसमान वाले मालदीव के बीच यहां के हजारों रिजॉर्ट्स के लिए जाने जाते हैं. लेकिन अब इन रिजॉर्ट्स को देह व्यापर से जोड़ कर देखा जा रहा है. विपक्ष के दबाव में सरकार ने इन्हें बंद करने के आदेश तो दे दिए लेकिन अब इसके बारे में दोबारा सोचा जा रहा है. पर्यटन मंत्रालय विपक्ष की बातों से इत्तिफाक नहीं रखता. 

पर्यटन पर असर

'मालदीव्स एसोसिएशन ऑफ टूरिज्म इंडस्ट्री' के अध्यक्ष सिम इब्राहीम ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "यहां किसी भी रिजॉर्ट में सेक्स-टूरिज्म नहीं चलती है." इब्राहीम ने कहा कि यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक साबित हो सकता है, "यह रोक बेहद बाधाकारी है. यह पर्यटन के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है और देश की छवि खराब करने वाला है. हमने इस मामले में कानूनी सफाई मांगी है ताकि चालीस साल से चल रहे पर्यटन के उद्योग को बचाया जा सके."

समाचार वेबसाइट हवीरु ऑनलाइन ने पर्यटन मंत्री मरियम जुल्फा का बयान छापते हुए लिखा है, "हम इस बारे में दोबारा विचार कर रहे हैं कि रिजॉर्ट्स को दोबारा स्पा चलाने की इजाजत दी जाए. वे (स्पा) यह बात भी जानते हैं कि हमने किस कारण से यह फैसला लिया था." गुरूवार को पर्यटन मंत्रालय ने नोटिस जारी कर सभी स्पा को बंद करने के आदेश दिए. नोटिस में कहा गया है कि मालदीव के अधिकतर लोगों को इस बात की चिंता है कि इन सभी स्पा में देह व्यापार चल रहा है.

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तस्वीर: idreamphoto - Fotolia

गैर इस्लामी

हिंद महासागर में बसे मालदीव द्वीप के लिए पर्यटन आय का सबसे बड़ा स्रोत है. सालाना डेढ़ अरब डॉलर की आमदनी के साथ पर्यटनउद्योग देश के सकल घरेलू उत्पाद का तीस प्रतिशत का योगदान देता है. मालदीव में अधिकतर आबादी सुन्नी मुसलामानों की है.  सुन्नी इस्लाम यहां का राष्ट्रीय धर्म है और इसके अलावा और किसी भी धर्म को मानने की देश में इजाजत नहीं है. पिछले हफ्ते हुए विरोध में स्पा और मसाज पारलर को "गैर इस्लामी" बताया गया. विरोध विपक्षी पार्टी 'अदालत' की ओर से आया. राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया, "पिछले हफ्ते धार्मिक मुद्दों को आधार बना कर विपक्ष ने जो विरोध जताया है उसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने मालदीव में मसाज पारलर और स्पा को बंद करने का फैसला किया है."

हालांकि रिपोर्टों के अनुसार आदेश मिलते ही करीब एक सौ स्पा को बंद करा दिया गया, लेकिन पर्यटन मंत्रालय के एक अधिकारी ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर कहा है कि गुरूवार को राष्ट्रपति कार्यालय से आदेश मिलने के बाद पर्यटन मंत्रालय ने सभी स्पा को नोटिस तो जारी कर दिया था, लेकिन उन्हें बंद नहीं करवाया गया.

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तस्वीर: olly - Fotolia

अन्य मांगें

विपक्ष की यह भी मांग है कि द्वीप पर शराब की बिक्री पर रोक लगाई जाए. विपक्ष का कहना है कि इन रिजॉर्ट के चलते स्थानीय निवासियों पर बुरा असर पड़ रहा है. वे देह व्यापार, शराब और नशीले पदार्थों के सेवन की ओर जा रहे हैं. इसके अलावा उन स्मारकों को भी हटाने की मांग की जा रही है जो पिछले महीने हुए दक्षिण एशियाई शिखर सम्मलेन के दौरान दूसरे देशों ने तोहफे के तौर पर दिए. विपक्ष का कहना है कि इन स्मारकों को मूर्ति पूजा से जोड़ कर देखा जा सकता है और उनका धर्म इस बात की इजाजत नहीं देता. साथ ही मालदीव से इजराइल के लिए सीधी उड़ान शुरू करने की सरकार की योजना भी विपक्ष की आंखों में खटक रही है.

कई लोगों का मानना है कि यह राजनैतिक दांव पेच हैं. विपक्ष ने राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद की छवि खराब करने के लिए विरोध जताया है जबकि खुद विरोधी पार्टी के ही कई लोग इन स्पा और रिजॉर्ट्स को चलाते हैं.

रिपोर्ट: डीपीए, एएफपी/ईशा भाटिया

संपादन: महेश झा

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