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अपराध

माफियाओं के इशारे पर चली डेथ एंबुलेंस

२३ दिसम्बर २०१७

इटली में एक ऐसी एंबुलेंस का पता चला है कि जिसमें घुसा इंसान कभी जिंदा वापस नहीं लौटा. माफिया के इशारों पर एंबुलेंस के भीतर मरीज को मौत का इंजेक्शन लगा दिया जाता था.

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Italien Rettungswagen
Italien Rettungswagen
तस्वीर: picture alliance/dpa/M.Romano

सिसली की पुलिस ने तीन हत्याओं के मामले में एंबुलेंस के मेल नर्स को गिरफ्तार किया है. नर्स पर 55 से 90 साल की उम्र के तीन मरीजों की हत्या का आरोप है. पुलिस को शक है कि पुरुष नर्स, अंतिम संस्कार का बिजनेस करने वाले माफिया से जुड़ा था. आरोप है कि मरीजों के मरने पर नर्स को माफिया से कमीशन मिलता था. एक मौत के बदले 300 यूरो. पुलिस को शक है कि 50 अन्य मामलों में भी इस नर्स की भूमिका है.

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असल में गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल आखिरी सांस लेने के लिए घर भेज देता था. इस दौरान 42 साल का डाविडे गारोफालो उन्हें एंबुलेंस में ले जाता था. जांचकर्ताओं के मुताबिक डाविडे रास्ते में ही मरीजों को हवा भरा इंजेक्शन देकर मार देता था.

फिर शोक में डूबे परिवार का संपर्क वह एक अंतिम संस्कार करने वाली एजेंसी से कराता था. पुलिस का दावा है कि अंतिम संस्कार करने वाली एजेंसी से डाविडे को 300 यूरो मिलते थे. पुलिस ने डाविडे पर लालच के चलते इंसान की गरिमा को भंग करने का आरोप लगाया है. इस मामले में दो और लोगों के खिलाफ जांच चल रही है.

यह खबर बाहर आने के बाद मृतकों के कुछ परिजनों में भारी गुस्सा है. सरकारी रेडियो राई से बात करते हुए एक व्यक्ति ने कहा, "अगर उन्होंने ऐसा किया है तो वे बहुत ही खराब लोग हैं. 300 यूरो के लिए आप किसी इंसान को नहीं मार सकते." सिसली में अंतिम संस्कार के कारोबार का बड़ा हिस्सा माफियाओं के हाथ में है.

(मौत के दौरान शरीर के भीतर क्या होता है)

ओएसजे/एके (डीपीए)