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महिलाओं ने खुद को खदान में बंद किया

१७ नवम्बर २०१०

चिली में 33 महिलाओं ने खुद को एक खदान में बंद कर लिया. मंगलवार को इन महिलाओं ने विरोध दर्ज कराने के लिए यह कदम उठाया. चिली में हाल ही में 33 मजदूरों को दो महीने फंसे रहने के बाद खान से निकाला गया था.

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तस्वीर: AP

ये महिलाएं सूनामी और भूकंप से पीड़ित लोगों की सहायता के लिए चलाए जा रहे एक कार्यक्रम के बंद किए जाने का विरोध कर रही थीं. वे खनिकों की तरह की वर्दियां और हेलमेट पहने हुए थीं. महिलाएं 900 मीटर गहरी एक पुरानी कोयला खदान में 500 मीटर गहराई तक उतर गईं. ड्राफ्ट ऑफ द डेविल नाम की यह खदान सैनटियागो से 500 किलोमीटर दूर एक मशहूर पर्यटन स्थल है.

महिलाओं ने पत्रकारों को बताया कि वे लोग 27 फरवरी को आए भूकंप और सूनामी के पीड़ितों के लिए चलाए जा रहे राहत कार्यक्रम में काम कर रही थीं. इन महिलाओं ने खान में बैठकर भूख हड़ताल करने की भी धमकी दी. इनकी मांग है कि कार्यक्रम को फिर से शुरू किया जाए. इस कार्यक्रम में 12 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरियां मिली हुई थीं. 2011 के बजट पर इस वक्त संसद में चर्चा चल रही है और महिलाओं की मांग है कि बजट में इस कार्यक्रम को दोबारा शुरू करने की बात आ जाए.

NO FLASH Rettung Bergarbeiter Chile
तस्वीर: AP

एक प्रदर्शनकारी महिला ब्रिगीदा लारा ने कहा, "हमने अपनी बात सुनाने के लिए कई कदम उठाए लेकिन सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया. अब वे हमें ताकत के इस्तेमाल पर मजबूर कर रहे हैं."

इन महिलाओं को विरोध का यह अनोखा तरीका पिछले महीने की उस घटना से ही सूझा है जब 33 खनिक सान खोजे में तांबे और सोने की एक खदान में फंस गए थे. उन्हें अक्टूबर में दो महीने की मशक्कत के बाद मुक्त कराया जा सका था. इस बचाव ऑपरेशन ने दुनियाभर में चर्चा बटोरी थी.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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