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महिला नेताओं से चिढ़ता है सोशल मीडिया

१३ मार्च २०१८

राजनीति का सफर आसान नहीं होता. लेकिन अगर सफर किसी महिला का हो, तो परेशानियों का अंत ही नहीं. एक स्टडी मुताबिक महिला नेताओं को सोशल मीडिया पर पुरुषों के मुकाबले तीन गुना अधिक सेक्सिस्ट टिप्पणियों का सामना करना पड़ता है.

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Twitter Hillary Clinton
तस्वीर: Twitter/HillaryClinton

दुनिया भर में महिला सशक्तिकरण की चाहे कितनी भी बातें कर ली जाएं लेकिन अब भी जब किसी को सताने की बात आती है, तो सबसे पहले महिलाओं को ही निशाना बनाया जाता है. सोशल मीडिया पर पुरुष नेताओं और महिला नेताओं के साथ किस तरह का व्यवहार किया जाता है, इसे लेकर एक दिलचस्प रिपोर्ट सामने आई है. इस स्टडी में बताया गया है कि महिला नेताओं के चाल-चलन, शक्ल-सूरत, शादी-तलाक आदि मसलों को सोशल मीडिया पर ज्यादा गंभीरता से लिया जाता है. लेकिन पुरुष नेताओं को देखने का नजरिया कतई ऐसा नहीं है.

इस अध्ययन में टि्वटर पर किए जाने वाले पोस्ट्स की स्टडी की गई. नतीजों में कहा गया है कि महिला नेताओं को अधिक सेक्सिस्ट टिप्पणियों का सामना करना पड़ता है. महिलाओं के लिए काम करने वाले एक ब्रिटिश समूह की संस्थापक इवा बारबोनी के मुताबिक, "सेक्सज्मि और अपशब्द सुनना उन महिला नेताओं के लिए एक आम बात हो गई है जो इंटरनेट पर खासी सक्रिय हैं." एक महिला नेता ने बताया कि सोशल मीडिया पर महिलाओं पर ऐसे हमले आम हैं क्योंकि एक बड़ा तबका इन महिलाओं को बड़े पदों पर आसीन होते हुए नहीं देख सकता. 

सितंबर से नवंबर 2017 के बीच ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, चिली के नेताओं को भेजे गए ट्वीट की स्टडी की गई, जिसके मुताबिक इनमें से करीब 75 फीसदी ट्वीट महिलाओं के शादीशुदा होने समेत उनके रंग-रूप पर निशाना साध रहे थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि ये कमेंट बेहद ही नकारात्मक हैं और महिला नेताओं के काम से इनका कोई संबंध भी नहीं है. रिपोर्ट में ब्रिटेन की एक नेता के हवाले से कहा गया है कि भविष्य में राजनीति में प्रवेश करने वाली महिलाओं को यह जान लेना चाहिए कि वे किसमें आ रहीं है. हालांकि अब ब्रिटेन की महिला नेता अपने खिलाफ होने वाली प्रताड़ना के खिलाफ आवाज उठाने लगी हैं. इसके अलावा टि्वटर, फेसबुक, यूट्यूब पर भी आपत्तिजनक सामग्री को हटाने का आदेश दिया जाता है. ब्रिटेन की एक संस्था ने पिछले साल दिसंबर में सोशल मीडिया पर गैर कानूनी और अभद्र सामग्री पेश किए जाने को लेकर कानून बनाने की भी बात कही थी.

एए/आईबी (थॉमस रॉयटर्स फांउडेशन)