महारानी का मुकुट बिस्किट के डिब्बे में छिपाया गया
१२ जनवरी २०१८ब्लैक प्रिंस रूबी समेत इन हीरों को मध्ययुगीन कासल के एक गुप्त दरवाजे के नीचे दबाया गया था. यह दरवाजा आपात स्थिति में शाही परिवार के सदस्यों को कासल से बाहर ले जाने के लिए बनाया गया था. इन जवाहरात को छिपाने के पीछे मकसद उन्हें नाजी हाथों में पड़ने से बचाना था. इसके लिए आदेश तत्कालीन राजा और महारानी एलिजाबेथ के पिता किंग जॉर्ज ने दिया था. इन बेशकीमती जवाहरात को छिपाने का काम इतनी गोपनीयता से किया गया कि खुद महारानी को भी इसके बारे में पता नहीं था. अब 91 साल की हो चुकी महारानी एलिजाबेथ 1939 से 1945 में जंग के दौरान सुरक्षा के लिहाज से कासल में ही रहती थीं. रॉयल कमेंटेटर एलेस्टेयर ब्रुस ने बताया, "सबसे दिलचस्प तो यह है कि महारानी को भी इसका पता नहीं था."
बहुमूल्य रत्नों और हीरों के बारे में इस जानकारी का ओलिवर उर्कुहार्ट इर्विन ने पता लगाया है. वो रॉयल आर्काइव्स के सहायक रक्षक हैं. ब्रुस ने द टाइम्स अखबार को बताया कि किंग जॉर्ज की मां के लाइब्रेरियन ओवेन मोर्शेड ने इस रहस्य पर से पर्दा उठाया. मोर्शेड के दस्तावेजों में इसका ब्यौरा है कि कैसे जमीन में गड्ढा खोद कर दो चैम्बर और फिर उनमें स्टील के दरवाजे बनाए गए. टीन बॉक्स को रखने की गुप्त जगह तक पहुंचने के लिए बनाया गया दरवाजा अब भी मौजूद है.
ब्रुस ने क्राउन के बहुमूल्य रत्नों के बारे में महारानी एलिजाबेथ से चर्चा की है. इस चर्चा को टीवी के लिए रिकॉर्ड भी किया गया है. यह एक दुर्लभ इंटरव्यू है क्योंकि शाही परिवार कभी इंटरव्यू नहीं देता. ब्रिटेन के शाही परिवार का यह मुकुट नए संसद की कार्रवाई शुरू होने पर महारानी धारण करती हैं. 1.28 किलोग्राम के इस मुकुट को महारानी ने "बेहद बोझिल" कहा. महारानी ने कहा, "सौभाग्य से मेरे पिता और मेरा सिर का आकार एक ही तरह का था. लेकिन एक बार आप इसे पहन लेते हैं तो यह स्थिर हो जाता है. मेरा मतलब है कि यह अपने आप ही वहां टिका रहता है."
महारानी एलिजाबेथ ने यह भी कहा कि उन्हें अपने सिर को स्थिर रखना पड़ता है. महारानी ने कहा, "और आप नीचे देख कर भाषण नहीं पढ़ सकते, आपको भाषण को ऊपर उठाना पड़ता है क्योंकि अगर आपने ऐसा किया तो आपकी या तो गर्दन टूट जाएगी या फिर यह गिर जाएगा. तो इस मुकुट के कुछ नुकसान भी हैं लेकिन वैसे यह बहुत महत्वपूर्ण चीज है."
यह मुकुट किंग जॉर्ज के राज्याभिषेक के लिए 1937 में बना था. इसमें 2,868 हीरे जड़े हुए हैं जिनमें 17 नील मणि, 11पन्ना और सैकड़ों मोती भी हैं. इसमें ब्लैक प्रिंस रूबी भी है जिसके बारे में कहा जाता है कि वह किंग हेनरी पंचम के उस हेल्मेट में जड़ा था जो उन्होंने 1415 के बैटल ऑफ एगिनकोर्ट में पहना था.
एनआर/एमजे (एएफपी)