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कितनी नींद है जरूरी

समरा फातिमा९ मार्च २०१६

काम में अच्छे प्रदर्शन और बेहतर सेहत के लिए कितनी नींद जरूरी है? इस बार मंथन में इस पर विशेष रिपोर्ट. साथ ही मिलवाएंगे आपको लाइट के जादूगर से.

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तस्वीर: Colourbox/Monkey Business Images

रात को अगर ठीक से नींद ना आए, तो अगला पूरा दिन बेकार जाता है. दफ्तर में ठीक से काम नहीं हो पाता, हर वक्त थकान महसूस होती है. फिर चाहे आप नींद भगाने के लिए जितनी भी चाय कॉफी पी लें, कोई फायदा नहीं होता. आखिर नींद हमारे लिए इतनी जरूरी क्यों है? इस पर वैज्ञानिकों ने कई रिसर्च कीं और नींद पूरा करने के लिए विकल्प तैयार किए. नींद हमारे लिए कितनी जरूरी है, यह बात अब बड़ी बड़ी कंपनियां भी समझने लगी हैं. अमेरिका में गूगल ने अपने दफ्तर में लोगों के लिए नैप-पॉड्स लगाए हैं. ये छोटे से बिस्तर हैं, जैसे एयरपोर्ट पर आराम करने के लिए लगे होते हैं. फर्क इतना है कि इनमें ऊपर एक बड़ा सा गोला बना होता है, जिससे अंधेरा हो जाता है और आप आराम से पावर नैप ले सकते हैं. मंथन में इस बार मिलिए बर्लिन की एक बैले डांसरों से जिन्हें व्यस्त दिनचर्या के बीच नींद पूरा करने का मौका नहीं मिलता. जानिए क्या व्यवस्था की गई है उनके लिए.

जानलेवा प्रदूषण

गंदी हवा सेहत को नुकसान पहुंचाती है, यह बात पहले से ही पता थी, लेकिन जर्मनी में एक नई स्टडी में पहली बार सामने आया है कि प्रदूषित हवा से कितने लोगों की जान जाती है. यदि जहरीली गैसों को रोका नहीं गया तो 2050 तक स्मॉग से मरने वालों की तादाद दोगुनी हो सकती है. एक विशेष रिपोर्ट के साथ समझेंगे कि कितना नुकसान पहुंचा रही है गंदी हवा और इससे कैसे बचा जाए.

कोस्टा रिका में पर्यावरण रक्षा

कोस्टा रिका के बारे में कहा जाता है कि वह पर्यावरण के लिए सबसे ज्यादा जागरूक देशों में से एक है. उसने गैर फौसिल ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ाया है और जंगलों की रक्षा का रास्ता साफ किया है. लेकिन पर्यावरण संरक्षण पर खर्च होता है और लोगों को इसके लिए राजी भी करवाना पड़ता है. मंथन में शामिल है खास रिपोर्ट.

रोशनी का डिजायनर

रोशनी के लिए बल्ब का इस्तेमाल अब बीते दिनों की बात हुई. अब तो कमरे को रोशन करने के लिए बल्बों की श्रृंखला लगाई जाती है, अलग अलग ताकत के बल्ब लगाकर रोशनी डिजायन की जाती है. मंथन में मिलिए इसके माहिर आंद्रेयास शुल्स से जिनकी कंपनी को पिछले साल जर्मनी का लाइट डिजायन पुरस्कार मिला है.

देखना ना भूलें, मंथन, शनिवार सुबह 11 बजे डीडी नेशनल पर.