मंडेला के बहाने मिले ओबामा कास्त्रो
१० दिसम्बर २०१३सोवेतो स्टेडियम पहुंचे ओबामा ने अपनी जगह लेने से पहले क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो की तरफ हाथ बढ़ाया. हालांकि कुछ देर बाद अपने भाषण में वो क्यूबा जैसे देशों को निशाना बनाने से भी नहीं चूके और कहा कि जो लोग मंडेला के आदर्श की बात करते हैं, उन्हें उनके विचारों को भी लागू करना चाहिए.
ओबामा दक्षिण अफ्रीका के उस स्टेडियम में पहुंचे, जहां दक्षिण अफ्रीका के महान नेता नेल्सन मंडेला को अलविदा कहने दुनिया भर के लगभग 100 राष्ट्राध्यक्ष और लगभग 80,000 लोग जमा हुए. ओबामा ने अपने भाषण की शुरुआत में मंडेला की तुलना गांधी से की.
जिस वक्त ओबामा क्यूबा के लंबे वक्त के शासक फिडेल कास्त्रो के भाई राउल से हाथ मिला रहे थे, ये तस्वीरें पूरी दुनिया में प्रसारित की जा रही थीं. हालांकि क्यूबा सरकार ने इस बात का फायदा उठाते हुए अपनी वेबसाइट पर लिखा, "हो सकता है कि यह अमेरिकी आक्रमकता के अंत की शुरुआत हो."
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि इस हाथमिलाई से क्या दोनों देशों के रिश्ते भी बेहतर होने वाले हैं या यह सिर्फ मौके के आधार पर किया गया फौरी फैसला था. हालांकि 2007 में ओबामा ने पहली बार राष्ट्रपति चुनाव के अपने प्रचार में साफ तौर पर कहा था कि वह अमेरिका के "दुश्मनों" से भी सीधी बात करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने हाल ही में सितंबर में ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी से बात भी की है.
अमेरिका ने पिछले पांच दशक से लातिन अमेरिकी कम्युनिस्ट देश क्यूबा पर पाबंदी लगा रखी है और क्यूबा का दावा है कि इसकी वजह से उसे हर साल 1100 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान होता है. बताया जाता है कि हवाना में सिर्फ कास्त्रो का शासन चलता है.
अमेरिकी राजनीति में क्यूबा के मुद्दे को वर्जित माना जाता है और समझा जाता है कि ओबामा के हाथ मिलाने के फैसले के बाद उन्हें घरेलू स्तर पर कुछ विरोध का सामना करना पड़ सकता है. ओबामा ने जब अपने भाषण में कहा कि कुछ लोग मंडेला को आदर्श तो मानते हैं लेकिन उनके बताए रास्तों पर चलने से इनकार करते हैं, तो उनका इशारा सीधे क्यूबा की तरफ था.
ओबामा ने कहा, "कई ऐसे नेता हैं, जो मदीबा के आदर्शों की वकालत करते हैं कि जिस तरह उन्होंने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया. लेकिन वे अपने ही लोगों के विरोध का सामना करने के लिए तैयार नहीं हैं." जिस वक्त ओबामा अपने राष्ट्रपति पद के लिए प्रचार कर रहे थे, तो कई लोगों ने उन्हें "खतरनाक" कहा था क्योंकि वे अमेरिका के विरोधियों के साथ बातचीत की बात कर रहे थे.
हालांकि पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने तालिबान और अल कायदा जैसे संगठनों पर तेज कार्रवाई की और इसी दौरान ओसामा बिन लादेन भी मारा गया. कहते हैं कि इसका ओबामा को दूसरी बार के चुनाव में फायदा पहुंचा.
अब हाल में उन्होंने ईरान के खिलाफ परमाणु संधि कर ली है और पूरी तैयारी के बावजूद आखिरी लम्हों में सीरिया पर हमला करने से इनकार कर दिया है. इन फैसलों पर भी सवाल उठ रहे हैं. हालांकि इस एक हाथ मिलाने की घटना से बहुत कुछ तय नहीं किया जा सकता है. इससे पहले 2000 में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने फिडेल कास्त्रो से भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में हाथ मिलाया था. हालांकि इस घटना की कोई तस्वीर नहीं है और व्हाइट हाउस ने तो शुरू में तो ऐसा होने से भी इनकार किया था.
फिडेल कास्त्रो के सत्ता में आने के दो साल बाद यानी 1961 से क्यूबा और अमेरिका के बीच कूटनीतिक संबंध नहीं हैं. हालांकि 2011 में ओबामा प्रशासन ने वीजा जैसी चीजों पर थोड़ी ढील दी है.
एजेए/ओएसजे (एएफपी)