भूकंप ने पृथ्वी को जगह से हिला दिया
४ मार्च २०१०अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक़ पृथ्वी शायद अपनी धुरी पर से आठ सेंटीमीटर यानी क़रीब तीन इंच खिसक गई है. धुरी पर ही पृथ्वी का द्रव्यमान टिका हुआ है और चिली की इस भौतिक घटना की वजह से समय में अंतर पड़ सकता है और दिन छोटे हो सकते हैं. चिली में जो भूकंप आया था, रिक्टर पैमाने पर उसकी तीव्रता 8.8 मापी गई है.
अमेरिकी राज्य कैलिफ़ोर्निया में नासा के वरिष्ठ वैज्ञानिक रिचर्ड ग्रॉस ने बताया कि संपूर्ण भूगर्भीय गणना के बाद ही यह बात पक्की हो पाएगी कि पृथ्वी अपनी जगह से कितनी खिसकी है. अगर यह वाक़ई आठ सेंटीमीटर खिसकी है, तो इस वजह से पृथ्वी पर दिन की लंबाई 1.26 माइक्रोसेकंड कम हो जाएगी.
10,000 माइक्रोसेकंड मिल कर एक सेंकड बनता है. हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वजह से घड़ियां दोबारा मिलाने की ज़रूरत नहीं हैं. पृथ्वी लगभग चौबीस घंटे में सूर्य की परिक्रमा करती है.
लगभग पांच साल पहले 2004 की सूनामी की वजह से भी पृथ्वी अपनी जगह से हिली थी. उस वक्त सुमात्रा में 9.1 तीव्रता वाली सूनामी आई थी, जिससे भारतीय महाद्वीप सहित कई हिस्से प्रभावित हुए थे. चिली के भूकंप की तीव्रता इससे कम थी, लेकिन धरती पर इसकी भौगोलिक स्थिति की वजह से पृथ्वी पर इसका ज़्यादा असर हुआ है.
2004 में सूनामी और भूकंप की वजह से पृथ्वी अपनी जगह से लगभग सात सेंटीमीटर खिसक गई थी और तब दिन के समय में 6.8 माइक्रोसेकंड का फ़र्क पड़ा था.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस गौड़