भारतीयों के लिए जर्मनी में छात्रवृत्ति के मौके
अंग्रेजी में अंतरराष्ट्रीय डिग्रियां लेने के लिए यूरोपीय देशों में जर्मनी सबसे लोकप्रिय ठिकाना है. बिना फीस या कम खर्च में मास्टर्स या डॉक्टरेट डिग्री ली जा सकती है. देखिए भारतीय छात्र कौन सी स्कॉलरशिप्स ले सकते हैं.
भारतीयों के लिए आकर्षक
जर्मनी की 400 से भी ज्यादा सरकारी और व्यावसायिक यूनिवर्सिटियों में तमाम विषयों की पढ़ाई होती है. करीब तीन लाख विदेशी छात्रों में से 11 हजार से अधिक भारतीय छात्र हैं. करीब 1,500 अंतरराष्ट्रीय कोर्सों की पढ़ाई अंग्रेजी में होती है.
कई विषयों की पढ़ाई
जर्मन एकेडेमिक एक्सचेंज सर्विस (DAAD) हर साल जर्मनी पढ़ने आने वाले कई भारतीयों को छात्रवृत्ति देता है. इसमें आर्किटेक्चर, प्रबंधन, तकनीक, कला या साहित्य सभी तरह के विषय पढ़े जा सकते हैं.
पूरे खर्च का जिम्मा
डीएएडी ज्यादातर स्कॉलरशिप पीएचडी और उससे ऊपर की पढ़ाई के लिए देती है. हालांकि मास्टर्स डिग्री के स्तर पर भी कई ऐसे विकल्प हैं जिनमें विमान यात्रा, जर्मनी में रहने, यूनिवर्सिटी की फीस और बीमा तक का खर्च मिल सकता है.
डीएएडी वाइज
इंजीनियरिंग, गणित और नैचुरल साइंस जैसे कई विषयों में बैचलर डिग्री/ डुअल डिग्री या इंटरनेशनल प्रोग्राम में भारतीय यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले छात्र 2-3 महीनों के लिए जर्मनी के किसी शिक्षा संस्थान में आ सकते हैं. इसके लिए उन्हें WISE यानि 'वर्किंग इंटर्नशिप्स इन साइंस एंड इंजीनियरिंग' छात्रवृत्ति के लिए 1 नवंबर तक आवेदन करना होगा.
नेहरू-मैर्केल स्कॉलरशिप
"जवाहरलाल नेहरू अवार्ड फॉर इंटरनेशनल अंडरस्टैंडिंग - डॉक्टर अंगेला मैर्केल छात्रवृत्ति" यूरोपीय कानून की मास्टर्स डिग्री (LL.M.) के लिए दी जाती है. इसके लिए एलएलबी कर चुके भारतीय छात्र ऑनलाइन आवेदन भर सकते हैं. हर साल वेबसाइट www.daaddelhi.org पर 10 नवंबर तक पहले फॉर्म भरे जाते हैं.
आर्किटेक्चर की पढ़ाई
बैचलर या मास्टर्स स्तर पर वास्तुकला की पढ़ाई करने वाले छात्र भी एक अक्टूबर से पहले पहले डीएएडी दिल्ली की वेबसाइट पर इसके लिए आवेदन भर सकते हैं. इस केंद्र पर जाकर भी तमाम स्कॉलरशिप्स के बारे में विस्तार से जानकारी ली जा सकती है.
कलाकारों के लिए अवसर
फाइन आर्ट, डिजाइन, फिल्म, संगीत, परफॉर्मिंग आर्ट्स (नाटक, निर्देशन, डांस, कोरियोग्राफी) जैसे विषयों के छात्रों के लिए भी जर्मनी में तमाम मौके हैं. इनमें बैचलर या मास्टर्स स्तर की पढ़ाई कर रहे छात्र भी 1 अक्टूबर तक अपना आवेदन भर सकते हैं.
अनुभवी पेशेवरों के लिए भी
कई क्षेत्रों के अनुभवी भारतीय पेशेवरों को पोस्टग्रैजुएट कोर्स करने के लिए डीएएडी की विकासशील देशों के लिए बनी खास छात्रवृत्ति मिल सकती है. शर्त है कि आवेदक को कम से कम कालेज स्तर पर 4-साल की डिग्री किए हुए तीन साल से अधिक समय ना बीता हो. इसके अलावा उसे संबंधित विषय में काम करने का कम से कम दो साल का अनुभव हो.
रिसर्चरों के लिए तमाम मौके
किसी जर्मन यूनिवर्सिटी या शोध संस्थान में पीएचडी करने के लिए बहुत सारी स्कॉलरशिप्स मौजूद हैं. किसी भारतीय यूनिवर्सिटी में पीएचडी कोर्स कर रहा भारतीय छात्र भी एक साथ एक भारतीय और एक जर्मन प्रोफेसर के दिशानिर्देशन में अपना रिसर्च कर सकता है. आईआईटी के छात्रों को पोस्टग्रेजुएट डिग्री के लिए सैंडविच और शॉर्ट टर्म छात्रवृत्ति मिल सकती है.
पढ़ाई भी, कमाई भी
ज्यादातर जर्मन संस्थान बिल्कुल फीस नहीं लेते लेकिन बस पास, छात्र संघ और छात्र संसद का खर्च चलाने के लिए उनसे फीस ली जाती है. अपने खर्च पर जर्मनी में रहना हो तो महीने का 500 से 700 यूरो खर्च आता है. एक भारतीय छात्र साल में पूरे 120 दिन या 240 आधे दिन काम कर पैसे भी कमा सकता है.