भारतीय कंपनी ने बनाया स्वाइन फ्लू का टीका
२० अक्टूबर २०१०एचएनवीएसी नाम के इस टीके के बारे में बनाने वालों का कहना है कि यह पूरी तरह से विषाणुरोधी है और अंडो को रोकने की बजाए विषाणुओं के जन्म लेने की प्रक्रिया को रोक देती है. टीका लेने वालों के शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ा है.
भारती बायोटेक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "इस टीके का तीन चरणों में परीक्षण किया गया और अब ये साबित हो चुका है कि ये पूरी तरह सुरक्षित और इस्तेमाल करने लायक है." कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ कृष्णा इला ने कहा, "एच1एन1 को लेकर दुनिया भर में चिंता बढ़ रही है पिछले साल कई लोगों को इस बीमारी के कारण अपनी जान भी गंवानी पड़ी. अब हमारा लक्ष्य ये है कि हम इस टीके को बीमारी के खतरे से जूझ रहे लोगों तक आसानी से और वाजिब कीमत में पहुंचा सकें."
विश्व स्वास्थ्य संगठन और सीडीसी अटलांट से मंजूरी मिलने के बाद इस टीके को तैयार किया गया. भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल ने भी एचएनवीएसी को बाजार में उतारने की इजाजत दे दी है.स्वाइन फ्लू से ना सिर्फ भारत बल्कि कई दूसरे देश भी जूझ रहे हैं. असरदार दवा और वैक्सीन के अभाव में सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. कई और देशों में भी इस बीमारी से बचाव के लिए टीके बनाने पर रिसर्च चल रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी