भारत में कार की बिक्री 30 फीसदी बढ़ी
९ जुलाई २०१०सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स सियाम के मुताबिक पिछले साल 12,05,990 गाड़ियां बेची गईं जबकि मई में यह आंकड़ा केवल 9,17,645 था. सियाम के प्रमुख पवन गोयनका ने कहा कि अर्थव्यवस्था के बेहतर होने से गा़ड़ियों के उद्योग को फायदा हुआ है."हमें डर था कि कुछ कारणों से विकास में बाधा आएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. और सामान की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद इन दामों का ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ा." उन्होंने कहा कि बढ़ती अर्थव्यवस्था से ग्राहकों का आत्मविश्वास भी बढ़ा है.
साल की पहली तिमाही में 8 नई गाड़ियां बाजार में लाई गईं. इस दौरान लगभग 1,40,000 कारें बेची गईं जबकि पिछले साल यही संख्या 1,08,000 के करीब थी. जून में लगभग 933000 टू व्हीलर बेचे गए. पिछले साल के मुकाबले इसमें 31.9 प्रतिशत की बढ़त मिली है. पिछले साल के मुकाबले इस साल लगभग 30 प्रतिशत ज्यादा मोटरसाइकिल बेचे गए, यानी लगभग छह लाख.
देश के सबसे बड़े मोटरसाइकिल निर्माता हीरो होंडा ने इस साल 3,91,716 मोटरसाइकिल बेचे हैं जो पिछले साल से 14.36 प्रतिशत ज्यादा हैं. बजाज ऑटो को इस बार 70 प्रतिशत और मोटरसाइकिलें बेचने का मौका मिला जबकि टीवीएस ने लगभग 40 प्रतिशत और टू व्हीलर बेचे हैं. होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने पिछले साल के मुकाबले इस साल 56.86 प्रतिशत ज्यादा मोटरसाइकिल बेचे.
स्कूटर कंपनियों को भी फायदा हुआ है. इस साल 46.96 प्रतिशत ज्यादा स्कूटर बिके, यानी लगभग एक लाख 64 हजार स्कूटर पिछले साल के मुकाबले इस साल बेचे गए हैं. आर्थिक मंदी और अंतरराष्ट्रीय कार बाज़ार में धीमेपन की वजह से पिछले साल कारों की बिक्री में भारी गिरावट आई थी.
रिपोर्टः पीटीआई/एम गोपालकृष्णन
संपादनः ए जमाल