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भारत-चीन से पिछड़े हैं अमेरिकी बच्चे: ओबामा

१९ मार्च २००९

अमेरिकी के राष्ट्रपति बराक ओबामा कहना है कि भारत और चीन के बच्चे पढ़ाई लिखाई के मामले में अमेरिका के बच्चों के कहीं ज़्यादा आगे हैं. ओबामा अब शिक्षा तंत्र में बढ़े सुधार की बात कर रहे हैं.

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छात्रों में लोकप्रिय ओबामातस्वीर: AP

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि भारत और चीन के छात्रों से मुक़ाबला करने के लिए अमेरिकी छात्रों को अपना स्तर ऊपर उठाना होगा. कैलीफोर्निया में एक बैठक को संबोधित कर रहे ओबामा ने कहा, '' भारत और चीन के बच्चों के साथ प्रतिस्पर्धा करते वक्त अगर हमारे बच्चे पीछे रहेंगे, तो कैसे चलेगा. भारत और चीन के बच्चे एक महीने में हमारे बच्चों से ज़्यादा दिन स्कूल जाते हैं.''

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ख़ुद भी टीचर रह चुके हैं ओबामातस्वीर: AP

ओबामा ने अमेरिकी शिक्षा तंत्र को और मजबूत करने पर ज़ोर दिया. ओबामा ने कहा कि स्कूलों को और ज़्यादा ज़िम्मेदारी निभानी होगी. ओबामा ने कहा, ''कई सुधार करने हैं और हम ये करने जा रहे हैं.'' ओबामा ने कहा कि बच्चों का स्तर उठाना सिर्फ अध्य़ापकों की ज़िम्मेदारी नहीं है, अभिभावकों को भी आगे आना होगा. ओबामा ने कहा, ''आप सारा बोझ टीचर के कंधों पर नहीं डाल सकते, आपको इसकी परवाह नहीं है कि बच्चा होमवर्क कर रहा है या नहीं. अगर पढ़ने में आप उनकी मदद नहीं कर रहे हैं, उनकी बेहतरी के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं तो बच्चे अच्छा नहीं कर पाएंगे. चाहें टीचर कितना ही अच्छा क्यों न हो.''

अमेरिका में बेरोज़गारी एक बड़ा मुद्दा है. जानकारों के मुताबिक़ कई अमेरिकी युवाओं को लगता है कि आउटसोर्सिंग के ज़रिए भारत और चीन के युवा उनका हक मार रहे हैं. अमेरिका में बड़ी संख्या में भारत और चीन लोग कई पेशों में ऊंचे पदों पर हैं.

रिपोर्टः पीटीआई/ओएसजे

एडिटरः ए जमाल