ब्राजील में मिला नया आदिवासी समुदाय
२२ जून २०११इस साल अप्रैल महीने में उस इलाके के ऊपर से उड़ान भरते हुए शोधकर्ताओं को जवारी घाटी में जंगली रास्तों पर चार बड़ी झोपड़ियां मिलीं. सरकारी राष्ट्रीय इंडियो फाउंडेशन फुनाई ने कहा है कि जंगली राहों के बारे में सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला था. फुनाई का अनुमान है कि वहां कोई 200 लोग छोटी बस्ती में रहते हैं.
विशेषज्ञों को उस इलाके में मक्के और केले तथा संभवतः मूंगफली के खेत मिले हैं. झोपड़े और मक्के के खेत नए हैं और संभवतः एक साल पुराने हैं. इसका पता खेतों में लगी फसल को देखकर चलता है. फुनाई के अनुसार इस इलाके में सबसे ज्यादा ऐसे रेड इंडियन समुदाय रहते हैं जिनसे अब तक संपर्क नहीं हुआ है. फाउंडेशन ने अब तक 14 ऐसी जनजातियों का पंजीकरण किया है.
इनके शारीरिक और सांस्कृतिक अस्तित्व को इलाके में रहने वाले गैर आदिवासी लोगों से खतरा है जो वहां अवैध मछुआरों, शिकारियों, सोना खोजने वालों और मादक द्रव्य के व्यापारियों के रूप में सक्रिय हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एस गौड़