जर्मन टीम को बड़ा झटका
७ जून २०१४माएंज में खेला गया जर्मनी और अर्मेनिया के बीच आखिरी दोस्ताना मैच कई मामलों में जर्मन कोच को संतुष्ट कर पाया लेकिन मार्को रॉयस को मैच के दौरान टखने में जो चोट लगी वह टीम के लिए परेशानी का सबब बन गयी है.
मैच के दौरान जर्मन टीम ने अर्मेनिया पर दबाव बनाए रखा और आक्रमक खेल से विरोधी टीम को 6-1 से शिकस्त दी. लेकिन जर्मनी के राष्ट्रीय फुटबॉल कोच योआखिम लोएव और स्टेडियम में मौजूद 27 हजार जर्मन समर्थकों को तब बड़ा झटका लगा जब हाफ टाइम के ठीक पहले डॉर्टमुंड के आक्रामक मिडफील्डर मार्को रॉयस अपना टखना पकड़कर मैदान पर गिर पड़े.
रॉयस को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. जांच से पता चला कि रॉयस के बाएं टखने के ठीक ऊपर लिगामेंट में चोट लगी है. इस चोट के बाद अब यह संदेह होने लगा है कि वे शायद ही विश्व कप में जर्मन टीम का हिस्सा होंगे.
जर्मन टीम चौथी बार विश्व कप जीतने के अभियान के साथ शनिवार को ब्राजील रवाना हो रही है.
फैसले का इंतजार
जर्मन फुटबॉल संघ की वेबसाइट पर जारी बयान के मुताबिक, "रॉयस के मामले में अगले फैसले आने वाले समय में लिए जाएंगे." अगर रॉयस की चोट ज्यादा गंभीर होती है और इस कारण उन्हें विश्व कप से बाहर रहना पड़ता है तो यह जर्मन टीम के लिए बड़ा धक्का साबित होगा. रॉयस मैदान में आक्रमकता के साथ खेल खेलते हैं. टीम के कप्तान फिलिप लाम ने माना, "मार्को गजब के फॉर्म में हैं और गंभीर जख्म बहुत ही कड़वा होगा."
कप्तान लाम शुक्रवार को एक्शन में नजर आए. इससे पहले हुए दोस्ताना मुकाबले में लाम जर्मन कप फाइनल में लगी चोट के कारण नहीं खेल पाए थे. गोल्कीपर के लिए पहली पसंद मानुएल नॉयर चोटिल हैं और वे शुक्रवार को मैदान के बाहर बेंच पर बैठे नजर आए. नॉयर को जर्मन कप फाइनल में कंधे की चोट लगी थी और अब वे इससे उभर रहे हैं.
वैसे जर्मन टीम ने अर्मेनिया के खिलाफ बेहद अच्छा प्रदर्शन दिखाया. दूसरे हाफ में जर्मनी की तरफ से आंद्रे शुर्ले, लुकास पोडोल्स्की, बेनेडिक्ट होएवेडस, मिरोस्लाव क्लोजे और मारियो गोएत्से ने गोल दागे. अर्मेनिया को सिर्फ एक गोल करने का मौका मिला और उन्होंने पेनल्टी को गोल में तब्दील कर दिया.
जर्मन टीम रॉयस के साथ या उनके बिना शनिवार को ब्राजील रवाना हो रही है. इसी मैच में फॉरवर्ड मिरोस्लाव क्लोजे ने अपना 69वां अंतरराष्ट्रीय गोल दागा. पिछले चालीस साल से जर्मनी के लिए गेर्ड म्यूलर ही टॉप स्कोरर थे. 1974 के बाद अब कोई जर्मन खिलाड़ी उनका यह रिकॉर्ड तोड़ने में सफल हुआ है.
एए/आईबी (डीपीए, एएफपी)