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बाल यौन शोषण के 900 अपराधों में सात दोषी

३ सितम्बर २०१०

पुर्तगाल की अदालत ने बच्चों के यौन शोषण के मामले में पूरे छह साल सुनवाई कर सात लोगों को दोषी करार दिया है. अदालत ने कहा कि इन सभी सात लोगों ने सरकारी अनाथालय के बच्चों के साथ दुराचार किया.

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तस्वीर: dpa

32 में से पांच पीड़ित अब बीस साल की उम्र के हैं. वे अदालत में अपने वकीलों के साथ बैठे थे. एक और युवक बाहर बैठा अदालत की कार्यवाही सुन रहा था, उसके आंसू थमने को तैयार नहीं थे. पूरा पुर्तगाल अदालत की कार्यवाही को टीवी पर देख रहा था.

टीवी होस्ट और निर्माता कार्लोस क्रूज़, पूर्व राजनयिक जॉर्ज रिटो, वकील ह्युगो मार्सेल, हाई सोसायटी डॉक्टर जोआओ फरेरिया डिनिज्स, कासा पिया के पूर्व सुपरवाइजर, और ड्राइवर कार्लोस सिल्विनो को कुल 900 अपराधों में दोषी पाया गया. पुर्तगाल के पूर्व श्रम मंत्री के खिलाफ आरोप साबित नहीं हुए.

पुर्तगाल की अदालत ने 2002 के इस मामले में 260 सुनवाइयों के दौरान 920 गवाहों को सुनने के बाद यह फैसला दिया है. जो लोग दोषी करार दिए गए हैं उनमें छोटे मोटे लोग नहीं है. एक मशहूर टीवी होस्ट, एक पूर्व राजनयिक और दो डॉक्टरों को दोषी करार दिया गया है. ये सभी एक ऐसे नेटवर्क में शामिल थे जिन्होंने व्यवस्थित तरीके से कासा पिया के सरकारी अनाथालय के बच्चों का यौन शोषण किया.

Welttag gegen Kinderarbeit - Kind arbeitet in Peru Flash-Galerie
अनाथ बच्चों के साथ दुर्व्यव्हारतस्वीर: dpa

खचाखच भरी अदालत में जज लोपेस बारात और एस्टर सांतोस ने कहा कि मामला साबित हो गया है. उन्होंने कहा कि कासा पिया के पूर्व ड्राइवर कार्लोस सिल्विनो ने कई बच्चों का अनाथालय के गैरेज में यौन शोषण किया और इसके लिए उन्हें पैसे दिए.

अदालत को इस फैसले तक पहुंचने में पूरे छह साल लगे. बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलों के कारण फैसले में देर और देर होती गई. साथ ही पुर्तगाल की न्याय व्यवस्था की कमियां और ढीलापन भी उजागर हुआ.

कासा पिया में रह चुके और अब वकील के तौर पर काम कर रहे पेद्रो नामोरा ने कहा कि इन लोगों की भर्त्सना की जानी चाहिए. इन्होंने मानवता के खिलाफ क्रूर अपराध किया है.

इस मामले का खुलासा साप्ताहिक समाचार पत्र एक्सप्रेसो ने किया था. इसके बाद और चौंकाने वाले समाचार सामने आए. कि ड्राइवर कुछ बच्चों को दूसरी जगहों पर ले जाता है जहां अमीर लोग उनका यौन शोषण करते हैं.

23 साल के हो चुके एक पीड़ित को वह दिन अब भी कचोटते रहते हैं. मिगुएल कहते हैं, "इन लोगों को कोई झिझक नहीं है. उन्हें पछतावा भी नहीं. वे सब कुछ मुझे एक बुरे सपने की तरह याद है, और मुझे वह सब बार बार सताता है." वहीं एक अन्य पीड़ित का कहना है कि सभी दोषियों को सजा नहीं हुई है. पुलिस और सरकार की गलती के कारण कई लोग बच निकले हैं.

इस अदालती कार्रवाई के साथ बच्चों के यौन शोषण पर बात नहीं करने की वर्जना खत्म हो गई है. हाल ही में पुर्तगाल में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसके कारण इस पर बात करना, उसे हल करना ज़रूरी हो गया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

सपादनः ए कुमार