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बर्लिन दीवार गिरने की वर्षगांठ, भव्य समारोह

१० नवम्बर २००९

तीस विश्व नेताओं की उपस्थिति में जर्मनी ने सोमवार को बर्लिन दीवार गिरने की बीसवीं सालगिरह मनाई. बर्लिन दीवार के गिरने के साथ जर्मनी का एकीकरण और शीत युद्ध का ख़ात्मा संभव हुआ था.

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ब्रांडेनबुर्ग गेट पर हुआ समारोहतस्वीर: AP

जर्मन चांसलर कार्यालय में बर्लिन आए 30 राज्य व सरकार प्रमुखों के लिए भोज के साथ बर्लिन दीवार के गिरने की 20 वीं वर्षगांठ के समारोह समाप्त हुए. इसके पहले लगभग ढ़ाई लाख लोगों की उपस्थिति में राजकीय अतिथि कभी पूरब और पश्चिम को विभाजित करने वाले ब्रांडेनबुर्ग गेट पर आज़ादी के महोत्सव के साक्षी बने.

Mauerfall 20 Jahre Feierlichkeiten Berlin
वर्षा से बचावतस्वीर: AP

भारी वर्षा के दौरान हुए समारोह में छातों का समुद्र दिख रहा था. बहुत से लोग दूर दूर से समारोह में शामिल होने आए थे. एक सफ़ेद पवेलियन में म्युजिक कंडक्टर डानियल बारेनबोइम के निर्देशन में राजकीय आर्केस्ट्रा नेरिचर्ड वाग्नर के लोहेनग्रिन संगीत के साथ समारोह की शुरुआत हुई.

जर्मन राष्ट्रपति हॉर्स्ट कोएलर ने 9 नवंबर 1989 को अदभुत दिन बताया. देश के पूर्वी हिस्से से आने वाली चांसलर अंगेला मैर्केल ने इस दिन को अपने जीवन के "सौभाग्यशाली क्षणों में से एक" बताया और आज़ादी की बार बार रक्षा करने का आह्वान किया. चांसलर ने दीवार के गिरने को 21वीं शताब्दी के लिए कर्तव्य बताया और कहा, "आज़ादी स्वयं पैदा नहीं होती, उसे जीतना पड़ता है."

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'सौभाग्यशाली क्षण'तस्वीर: AP

मैर्केल ने दीवार के गिरने को 'एक सपने का पूरा होना' बताया और मध्य और पूर्वी यूरोप के पड़ोसी देशों के अलावा अमेरिका, फ़्रांस और ब्रिटेन को धन्यवाद दिया. उन्होंने 1938 में इसी दिन हुए राइषक्रिस्टालनाख़्त की भी चर्चा की जब यहूदियों के घरों और उपासनास्थलों पर नाज़ियों के हमले हुए थे और इसे जर्मन इतिहास का 'सबसे काला अध्याय' बताया.

बर्लिन आए विदेशी मेहमानों ने शांतिपूर्ण क्रांति के लिए जर्मनों को धन्यवाद दिया. एक वीडियो संदेश में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज़ादी की चेतना को जीवित रखने का आह्वान किया और कहा कि वे बर्लिनवासियों के साहस से प्रेरणा लेते हैं जो दमन के ख़िलाफ़ उठ खड़े हुए थे. अमेरिकी विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन ने इस दिन को विश्व इतिहास के अंधकार में नया सबेरा बताया.

एकीकरण के चांसलर कहे जाने वाले पूर्व चांसलर हेल्मुट कोल ने वर्षगांठ समारोहों में हिस्सा नहीं लिया. एक सप्ताह पहले कोनराड आडेनावर न्यास द्वारा आयोजित समारोहों में उन्होंने हिस्सा लिया था. कुछ समय पहले गिरने की वजह से लगी चोट से अभी वे पूरी तरह नहीं उबरे हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: सचिन गौड़