1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बच्चों को छुट्टी पर ले जाना पड़ गया महंगा

२१ मई २०१८

जर्मनी में बच्चों के साथ छुट्टी के लिए निकले अभिभावकों पर पुलिस ने जुर्माना लगा दिया. जुर्माने की वजह रही बच्चों के साथ छुट्टियों पर निकलना, वह भी तब जब बच्चों के स्कूल चल रहे हैं.

https://p.dw.com/p/2y3NX
Kinder Schule lesen Mädchen mit Buch
तस्वीर: Getty Images/AFP/S.Khan

जर्मनी में बच्चों के बिना कारण स्कूल न आने को गंभीरता से लिया जाता है. 6 साल से 16 साल तक स्कूली शिक्षा अनिवार्य है. इस उम्र के बच्चे अगर बिना किसी वजह के स्कूल में हाजिर नहीं होते, तो उसके लिए उनके मां-बाप को जिम्मेदार माना जाता है. इसी के चलते पुलिस ने जर्मनी के एक एयरपोर्ट पर ऐसे अभिभावकों पर जुर्माना लगा दिया जो बच्चों को छुट्टी पर लेकर जा रहे थे. वह भी तब, जब आधिकारिक रूप से उनके स्कूल चालू है.

समाचार पत्रिका डेय श्पीगल के मुताबिक, जर्मनी के राज्य बवेरिया के एक एयरपोर्ट पर पुलिस अधिकारियों ने कुछ परिवारों को देखा, जो बच्चों को छुट्टी पर ले जा रहे थे. इस पर पुलिस अधिकारियों ने मां-बाप से पूछताछ की. बच्चों के स्कूलों का पता किया और स्कूलों में फोन किया ताकि यह पता चल सके कि क्या अभिभावकों ने स्कूल से अनुमति ली है.

Flughafen Frankfurt am Main - Abschiebung
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Arnold

स्कूलों से पता चला कि ऐसी कोई अनुमति नहीं ली गई है, तो पुलिस ने परिवारों पर जुर्माना लगा दिया गया. ऐसे करीब 10 परिवार हैं जिन्हें अब जुर्माना भरना होगा. स्थानीय मीडिया के मुताबिक यह जुर्माना अधिकतम एक हजार यूरो (करीब 79 हजार रुपये) तक हो सकता है.

पुलिस प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि उन्हें इन तौर-तरीकों के बारे में जानकारी है, इसलिए वे इस पर निगरानी रख रहे हैं. प्रवक्ता ने कहा, "अगर शिक्षक स्कूलों में बच्चों की मौजूदगी पर जोर देते हैं, तो हमें उन्हें वापस स्कूल ले जाना होगा." पुलिस ने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों की आधिकारिक छुट्टियां शुरू होने से पहले छु्ट्टी पर नहीं ले जा सकते. लेकिन अगर मां-बाप को किसी कारण छुट्टी चाहिए, तो वे स्कूल से इसकी अनुमति लें. इस अनुमति पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार भी स्कूल के हेडमास्टर का होगा.

तमाम कानूनों के बावजूद भी जर्मनी में अभिभावक, भीड़ और फ्लाइट की महंगी टिकटों से बचने के लिए बच्चों को आधिकारिक छुट्टियां शुरू होने से पहले छुट्टी पर ले जाते हैं. दरअसल जर्मनी में स्कूली शिक्षा मुफ्त है. यहां छात्र 12 साल की स्कूली शिक्षा लेने के बाद यूनिवर्सिटी या किसी करियर ट्रेनिंग कोर्स में दाखिला ले सकते हैं. जर्मनी में होम-स्कूलिंग गैरकानूनी है और बच्चों को स्कूल भेजना अनिवार्य है.  

एलिस्टर वाल्श/एए