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'बंदर कहना नस्ली नहीं'

९ अक्टूबर २०१०

दिल्ली के कॉमनवेल्थ खेलों में नस्ली टिप्पणी के कारण रंग में भंग पड़ गया है. नई दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नाम का न्यूजीलैंड के एक अनाउंसर ने मजाक उड़ाया. अब दक्षिण अफ्रीकी तैराक ने भारतीयों को बंदर कहा.

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तस्वीर: AP

दक्षिण अफ्रीकी तैराक रोनाल्ड शूएमन ने भारतीयों के भीड़ लगाने की आदत को बंदरों से जोड़ दिया. इस पर काफी नाराजगी जाहिर की गई है. शुएमन ने कहा, "यह स्वीकार नहीं किया जा सकता है कि इतने प्रोफेशनल कार्यक्रम में लोग बंदरों की तरह व्यवहार करें. इस तरह का कोई व्यक्ति यहां आने के लायक ही नहीं है. यह बिलकुल शर्म की बात है कि यह व्यक्ति यहां खड़ा है और चिल्लाए जा रहा है. चिल्लाए जा रहा है. इस तरह के व्यक्ति को यहां से बाहर कर दिया जाना चाहिए."

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आयोजन समिति के महासचिव ललित भनोट ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन के अध्यक्ष माइकल फनेल ने कहा कि नस्ली ताना बिलकुल स्वीकार नहीं है. उन्होंने कहा, "जहां तक संघ का सवाल है हम अनुचित व्यवहार और नस्ली टिप्पणियों को बिलकुल स्वीकार नहीं कर सकते." हालांकि भनोट ने यह भी कहा कि विरोध नहीं किया जाएगा क्योंकि ये दोस्ताना खेल हैं. विवाद होने के बाद उन्होंने नस्ली टिप्पणी के आरोप को खारिज किया. उन्होंने दलील दी, "जब दक्षिण अफ्रीका में कोई आपको बंदर कहता है तो उसका मतलब होता है गुंडागर्दी."

स्विमिंग और तीरंदाजी में हल्ला मचाती भीड़ के बारे में फनेल ने आयोजकों से कहा कि दर्शक खेल के अहम क्षण में हल्ला न करें.

गुरुवार को न्यूजीलैंड के सरकारी टीवी उद्घोषक पॉल हेनरी ने शीला दीक्षित के नाम का टीवी पर मजाक उड़ाया. इसके बाद विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि मुख्यधारा के मीडिया संगठन की ओर से इस तरह की टिप्पणी आना बहुत ही खराब है. एक बयान में कहा गया, "भारत इस तरह की टिप्पणियों को स्वीकार नहीं करेगा और सही तरह से विचार करने वाले सभी लोगों और देशों को इसकी भर्त्सना करनी ही चाहिए."

Die Ministerpräsidentin von Delhi Sheila Dikshit
तस्वीर: UNI

भारत के तीरंदाजी कोच लिंबाराम ने भी शिकायत की है कि भारत के ब्रिटेन को तीरंदाजी में हराने के बाद उन्हें ब्रिटिश खेल अधिकारी ने अपशब्द कहे. लिंबाराम ने कहा कि जब वे प्रतिद्वंद्वी टीम से हाथ मिलाने गए तो उन्हें धक्का भी दिया गया.

शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के पहलवान हैसेने फ्किरी का रजत पदक वापस ले लिया गया क्योंकि उन्होंने जज को भद्दा इशारा किया और जीते हुए भारतीय प्रतिद्वंद्वी से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया.

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बॉक्सिंग स्केल में कमियां होने और स्विमिंग पूल का पानी खराब होने की खबरें भी तकनीक पैनल ने जांच के बाद खारिज कर दीं. भारतीय मीडिया का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने खेलों की जरूरत से ज्यादा ही आलोचना की है. पूल खराब होने की शिकायत के बाद ऑस्ट्रेलिया के टीम डॉक्टर पीटर हार्ट कोर्ट ने कहा कि खिलाड़ी मलेशियाई कैंप से यह वायरस ले कर आए.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः वी कुमार

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