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फ्रेंच ओपन भूल विम्बलडन जीतना चाहते हैं फेडरर

२ जून २०१०

फ्रेंच ओपन में हार के झटके के बाद फेडरर दुखी लेकिन वे खुद को विम्बल्डन की तैयारी में झोंक देना चाहते हैं और कहते हैं कि इसी तरह से वे रोलां गैरों पर हार का दुख तेज़ी से भूल सकते हैं.

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हारने के बाद जीतूंगातस्वीर: AP

स्वीडन के रॉबिन सोडरलिंग की तलवार इस बार रोजर फेडरर पर चल गई और फेडरर फ्रेंच ओपन ग्रैंड स्लैम से बाहर हो गए. इसके बाद उनके पहले नंबर पर भी सवाल खड़ा हुआ है. साथ ही उम्मीदें हैं कि रफाएल नाडाल फाइनल में पहुंच सकते हैं.

क्ले कोर्ट पर वैसे भी फेडरर बड़ी मुश्किल से अपनी बादशाहत खड़ी कर पाए थे लेकिन एक साल में ही सोडरलिंग ने उनका सपना तोड़ दिया.

अपनी हार से हतप्रभ फेडरर ने कहा, "सच में मैं इस बारे में बहुत गहराई से नहीं सोचूंगा कि मैं क्यों हारा. मैं इससे बहुत जल्दी बाहर आ जाऊंगा. मुझे लगता है कि मैं इससे तेज़ी से आगे जाऊंगा और आने वाले विम्बल्डन पर ध्यान दूंगा. मुझे लगता है कि सबसे ज़्यादा दुख मुझे इस बात का है कि मैं टाइटल नहीं बचा पाया."

रोजर फेडरर का कहना था, "मुझे लग रहा था कि मेरा टेनिस, इतना समर्थ है कि मैं यहां आऊं और एक बार फिर जीतूं लेकिन ऐसा नहीं था."

फेडरर ने कहा कि बारिश के कारण फ्रेंच ओपन की स्विंग पर बुरा प्रभाव पड़ा है. मेरे लिए निराशाजनक है कि मैंने अपना अच्छा खेल नहीं दिखाया. हालात और प्रतिद्वंद्वी ने मुझे ऐसा नहीं करने दिया.

फेडरर अपने खेल के प्रति आशावादी हैं. उनका कहना है, "मैंने अपने खेल में बहुत अच्छी प्रगति की है और सबसे अच्छे स्तर पर पहुंचा हूं. ताकि मैं हर बार खेल में लौटूं और ग्रैंड स्लैम में कई सेमीफाइनल खेल सकूं और जीत सकूं."

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे

संपादनः ए जमाल