प्रियंका को राष्ट्रीय पुरस्कार, मूर्ति को दादा साहब फाल्के
२० मार्च २०१०'फ़ैशन' फ़िल्म में एक उभरती मॉडल के किरदार के लिए प्रियंका चोपड़ा को रजत कमल पुरस्कार दिया गया है. मराठी अभिनेता उपेंद्र लिमए ने सामाजिक मुद्दे पर बनी फ़िल्म 'जोगवा' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ख़िताब जीता है. 'फ़ैशन' फ़िल्म के लिए ही कंगना राणावत को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का अवॉर्ड मिला है जबकि 'रॉक ऑन' के लिए अर्जुन रामपाल को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला है.
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने वीके मूर्ति को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया. मूर्ति ने निर्देशक गुरु दत्त के साथ फ़िल्मों में काम किया है और वह पहले सिनेमाटोग्राफ़र हैं जिन्हें दादा साहेब पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
वायलन वादक मूर्ति ने संगीत सिखा कर कमाए पैसों से सिनेमाटोग्राफ़ी की पढ़ाई की और फिर पचास के दशक में नामचीन फ़िल्म प्रतिभाओं के साथ काम करना शुरू किया. बताया जाता है कि वह मशहूर निर्देशक और अदाकार गुरु दत्त के बहुत अच्छे दोस्त थे.
उन्होंने भारत की पहली सिनेमास्कोप फ़िल्म ''काग़ज़ के फूल'' का छायांकन किया और इसके बाद उन्होंने 'साहब बीवी और ग़ुलाम' और 'प्यासा' में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. वीके मूर्ति ने इस पुरस्कार को अपने मित्र गुरु दत्त के नाम किया है.
बंगाली फ़िल्म निर्देशक अनिरुद्ध राय चौधरी को बंगाली फ़िल्म 'अंतहीन' के लिए स्वर्ण कमल पदक और 2.5 लाख रुपयों की राशि दी गई. निर्देशक नीरज पांडे और रॉनी स्क्रूवाला को स्वर्ण कमल और 1.25 लाख रुपयों की राशि के अलावा उनकी फ़िल्म 'ए वेड्नेस्डे' के लिए सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का एवार्ड दिया गया.
'ओए लक्की लक्की ओए' फ़िल्म के निर्देशक दिबाकर बैनर्जी को सर्वश्रेष्ठ मनोरंजक फ़िल्म का पुरस्कार मिला जबकि गायक हरिहरन को 'जोगवा' फ़िल्म में उनकी गायकी के लिए सम्मानित किया गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः एस गौड़