प्रकृति और पर्यावरणपुराने अनाज फिर से बनेंगे हमारे खाने का हिस्सा?To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 videoप्रकृति और पर्यावरण07.02.2018७ फ़रवरी २०१८भारत के कई हिस्से अकसर सूखे का सामना करते हैं. ऐसे में, विकल्प नाम की एक संस्था नागली, बाजरा मक्का और ज्वार जैसे पुराने अनाजों को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है, जो कम पानी और बिना रासायनिक खादों के बिना आसानी से उगाए जा सकते हैं.https://p.dw.com/p/2sE1iविज्ञापन