पाक सेना के विवादास्पद वीडियो की होगी जांच
८ अक्टूबर २०१०इंटरनेट पर चस्पा इस वीडियो के सामने आने से पाकिस्तान में सेना के हाथों निर्दोष नागरिकों की हत्या किए जाने की शिकायतें जोर पकड़ने लगी हैं. पाकिस्तान सरकार को इस मामले में दोहरे दबाव का सामना करना पड़ रहा है. एक ओर अमेरिका के दबाव में उसे अफगानिस्तान सीमा पर तालिबान लड़ाकों का सफाया करने के लिए अपनी सेना को लगाना पड़ रहा है, वहीं सैन्य कार्रवाई के दौरान सेना की अमानवीय गतिविधियों की शिकायतों का भी सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच अमेरिका ने पाकिस्तान से वीडियो की सच्चाई के बारे में जवाब तलब किया है. इस वीडियो में पाकिस्तान की पारंपरिक वेशभूषा में कुछ लोगों को बंधक बनाकर सैनिकों को इन पर गोली चलाते दिखाया गया है. हाथ पैर बंधे इन लोगों की आंखों पर पट्टी भी बंधी है.
हाल ही में मानवाधिकार संगठनों ने भी अमेरिकी विदेश मंत्रालय को पाकिस्तानी सैनिकों के हाथों स्वात इलाके में तालिबान का समर्थन करने वाले 200 स्थानीय लोगों की हत्या करने के सबूत दिए हैं. हालांकि पाकिस्तान ने इस तरह के आरोपों से इंकार किया है.
इस मामले में पाकिस्तानी सेना वीडियो की सच्चाई की जांच करेगी. सेना की ओर से बताया गया कि जनरल कियानी ने इन शिकायतों के सही पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आदेश दिया है. सेना ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की हरकतें किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं हैं.
जनरल कियानी ने लोगों से इस वीडियो की जांच के नतीजे तक पंहुचने से पहले सेना के बारे में खराब छवि अपने दिमाग में न बनाने की अपील की है. उन्होंने फौज की वर्दी में रावलपिंडी स्थित सेना के मुख्यालय पर पिछले साल किए गए तालिबानी हमले का हवाला देते हुए कहा कि इस वीडियो में भी सेना की वर्दी में दिख रहे लोग जरूरी नहीं कि सैनिक ही हों.
रिपोर्टः रॉयटर्स/निर्मल
संपादनः वी कुमार