पनामा पेपर्स: काले धन पर नए नाम
४ अप्रैल २०१६विज्ञापन
भारत में सत्तारूढ़ बीजेपी के चुनावी अभियान में काले धन की वापसी एक बड़ा मुद्दा था. लेकिन बीजेपी नेतृत्व के एनडीए के सत्ता में आने के बाद सिर्फ कुछ वक्त तक चर्चा में रहे काला धन पर पिछले लंबे समय से कोई बहस नहीं दिखाई दे रही थी. अब पनामा पेपर्स लीक ने फिर से विदेशों में छिपाए टैक्स चोरी के पैसे यानि काले धन को चर्चा में ला दिया है.
रविवार को पनामा स्थित लॉ फर्म मोसैक फॉन्सेका से लीक हुए एक करोड़ 15 लाख दस्तावेजों में दुनियाभर की कई मशहूर हस्तियों के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने कथित तौर पर इस फर्म की मदद से टैक्स चोरी करते हुए "टैक्स हेवन" कहे जाने वाले देशों में अपना धन छिपाया है.
इन नामों में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, फुटबॉलर लियोनेल मेसी, अभिनेता जैकी चैन के साथ ही बॉलिवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय के अलावा उद्योगपति केपी सिंह और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी भारत की 500 हस्तियों के नाम शामिल हैं.
ये दस्तावेज सबसे पहले एक जर्मन दैनिक अखबार जुडडॉयचे साइटुंग के हाथ लगे थे. अखबार ने इन दस्तावेजों को वॉशिंगटन में स्थित इंटरनेश्नल कंसॉर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म और कुछ अन्य मीडिया संगठन को जांच के लिए सौंप दिया था.
जांचकर्ताओं का कहना है कि पनामा में स्थित मोसैक फांसेका 35 से भी अधिक देशों में अपना दफ्तर चलाती थी, जहां से फर्जी कंपनियों की आड़ में कानूनों का उल्लंघन कर धनराशि को "टैक्स हेवन" कहे जाने वाले देशों में पहुंचाया जाता था.
भारतीय समाचार पत्र 'दि इंडियन एक्सप्रेस' ने कहा है कि वह भी आठ महीनों तक चली इन दस्तावेजों की जांच में शामिल रहा है.
पनामा लीक्स में सामने आए 500 नामों पर बोलते हुए भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है, ''विदेशों में गैरकानूनी ढ़ंग से धन जमा कराने वालों के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी.'' उन्होंने बताया, ''प्रधानमंत्री की सलाह पर हमने एक मल्टी एजेंसी ग्रुप को इस मामले से जुड़ी सारी जानकारी पर नजर रखने के लिए गठित कर दिया है, जो कि आगे की जानकारियां भी जुटाएगा.''
इस पैनल में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और भारतीय रिजर्व बैंक से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हैं.
उधर पूर्व मिस वर्ल्ड रहीं ऐश्वर्या राय ने इन दस्तावेजों को खारिज करते हुए ''पूरी तरह असत्य और झूठ'' बताया है. वहीं जेटली ने पनामा पेपर लीक का स्वागत किया है और कहा है, ''ऐसा लगता है कि कुछ दिनों में कुछ और नाम सामने आएंगे. मैं कहता रहा हूं कि दुनिया लगातर पारदर्शी होती जा रही है. देश एक दूसरे के साथ सहयोग कर रहे हैं और धीरे धीरे यह जानकारी और खुलकर सामने आएगी.''
चुनाव के दौरान काला धन के मसले को जोर शोर से उठाने के चलते सरकार इस मसले पर दबाव में है. हालांकि इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान की बहुत आलोचना हुई थी जिसमें उन्होंने काले धन की वापसी के मुद्दे को 'चुनावी जुमला' बताया था.
सरकार की ओर से काले धन पर गठित किया गया विशेष जांच दल भी जल्द ही अपनी एक्शन टेकन रिपोर्ट को अंतिम रूप देने वाला है. ऐसे समय में पनामा पेपर्स के जरिये इन मशहूर हस्थियों के ये नाम सामने आए हैं.
आरजे/आईबी (डीपीए, पीटीआई)
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