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नेपाल में नोटों से हटी नरेश की तस्वीरें

१६ मार्च २०११

नेपाल में करंसी नोटों पर पूर्व नरेशों की तस्वीरों को हटा दिया गया है. तीन साल पहले देश में राजशाही खत्म होने के बाद गणतंत्र की शुरुआत हुई. पुराने नोटों को बदलने के लिए बैंकों में लोग उमड़े.

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क्रांति का एक और बदलाव, नोटतस्वीर: AP

देश के केंद्रीय बैंक नेपाल राष्ट्र बैंक (एनआरबी) ने करंसी नोटों पर पूर्व नरेश तस्वीरों का इस्तेमाल बंद करने के लिए जो समयसीमा तय की वह सोमवार को खत्म हो गई. बैंक ने देश के लोगों से कहा था कि वे सोमवार तक पुराने नोटों के बदले नए नोट हासिल कर सकते हैं जिन पर पूर्व नरेश की जगह माउंट एवरेस्ट की तस्वीर छपी है.

Zwischen den Fronten
पूर्व नरेश ज्ञानेंद्रतस्वीर: AP

एनआरबी ने बैंकों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को आदेश दिए हैं कि वे पूर्व नरेश की तस्वीर वाले नोटों का इस्तेमाल बंद कर दें. लोगों में किसी तरह की हड़बड़ी न फैले, इसके लिए एनआरबी के कुछ केंद्रों और व्यापारिक बैंकों में आगे भी पुराने नोट बदले जा सकेंगे. लेकिन लोगों में फिर भी अफरातफरी हैं. मंगवलार को भी बैंकों में लोगों की लंबी लाइनें देखी गईं.

नेपाल में दशकों तक करंसी नोटों पर नरेशों की तस्वीरें छपती रही हैं. लेकिन अलोकप्रिय नरेश ज्ञानेंद्र के खिलाफ व्यापक पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद देश में राजशाही का खात्मा हुआ. ज्ञानेंद्र ने 2001 में अपने भाई बीरेंद्र की हत्या के बाद देश की बागडोर संभाली. नेपाल में 240 साल पुरानी राजशाही खत्म होने के बाद 2008 में हुए चुनावों में यूनाइटेड सीपीएन-माओवादी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी.

65 वर्षीय पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र जून 2008 में नारायणहिती महल छोड़ने के बाद ज्यादा सुर्खियों में नहीं रहते.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः वी कुमार

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