नीतीश ने बीजेपी के समर्थन से फिर सरकार बनायी
२७ जुलाई २०१७बिहार में बुधवार को तेजी से घटनाक्रम बदला और नीतीश कुमार ने अपने इस्तीफे का एलान किया. आरजेडी नेता और बुधवार तक उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी यादव के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते दोनों पार्टियों का गठबंधन टूट गया. आरजेडी ने नीतीश कुमार पर विश्वासघात करने का आरोप लगाया है.
नीतीश कुमार के इस्तीफे के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी थी. इसके बाद संकेत मिलने लग गये थे कि नीतीश कुमार एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से मुख्यमंत्री की अपनी कुर्सी को बचाये रखेंगे. बिहार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को नयी सरकार में उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली है. पहले भी वह नीतीश की सरकार में इस पद पर काम कर चुके हैं.
नीतीश कुमार को विधानसभा में शुक्रवार को विश्वासमत हासिल करना है. शपथ लेने के बाद उन्होंने कहा, "मैं वादा करता हूं कि मैं बिहार के लोगों के प्रति वचनबद्ध बना रहा रहूंगा." दूसरी तरफ, आरजेडी ने कहा है कि नीतीश कुमार बीजेपी के जाल में फंस गये हैं जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मुताबिक नीतीश कुमार ने लोगों और गठबंधन को "धोखा" दिया है.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का कहना है कि वह राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने के बारे में विचार कर रहे हैं क्योंकि आरजेडी के सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद उन्होंने नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया. इस बीच, बिहार के घटनाक्रम को लेकर गुरुवार को लोकसभा में भी हंगामा हुआ. विपक्षी सदस्यों ने इसे "लोकतंत्र की हत्या" बताया. शोरशराबे के बीच सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा.
विश्लेषकों का मानना है कि नीतीश को साथ लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 में होने वाले आम चुनावों में अपनी जीत के दावे को और पक्का कर लिया है. हालांकि 2013 में नीतीश कुमार ने मोदी के कारण ही भारतीय जनता पार्टी से अपना 17 साल पुराना गठबंधन तोड़ा था. 2014 के आम चुनावों में अपनी पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद की आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिल कर महागठबंधन बनाया था और बिहार में आम चुनाव की कामयाबी को दोहराने के भाजपा के सपने को चकनाचूर कर दिया. महागठबंधन की सरकार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री. लेकिन तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद दोनों दलों के बीच मतभेद पैदा होने लगे, जो आखिरकार महागठबंधन टूटने की वजह बने.
एके/एनआर (एएफपी)