धर्मेंद्र को दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार
१६ अप्रैल २०११लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर के नाम पर दिए जाने वाले इन पुरस्कारों के तहत 50 हजार रुपये की राशि और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है. पुरस्कार वितरण समारोह 24 अप्रैल को दीनानाथ मंगेशकर की बरसी पर थाणे में होगा. उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान को मास्टर दीनानाथ पुरस्कार दिया गया है जबकि धर्मेंद्र को मास्टर दीनानाथ मंगेशकर विशेष पुरस्कार के लिए चुना गया है.
इस साल से थिएटर में योगदान देने वालों के लिए भी मोहन वाघ की याद में एक पुरस्कार की शुरुआत की गई है. इस पुरस्कार के पहले हकदार बने हैं सुयोग्य प्रोडक्शन ग्रुप के सुधीर भट जिन्हें उनके नाटक वा गुरु के लिए सम्मानित किया गया है.
जाने माने कवि प्रवीण दावणे को सरस्वती पुरकार मिलेगा जो कवियत्री शांता शेल्के की याद में दिया जाता है. प्रसाद सावरकर को मास्टर दीनानाथ विशेष पुस्कार के लिए चुना गया है. उन्हें रंगमंच के क्षेत्र में योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया है.
इन पुरस्कारों को 1986 में दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान ने शुरू किया. यह ट्रस्ट गरीब और जरूरतमंद कलाकारों की आर्थिक मदद करता है. लता मंगेशकर कहती हैं, "पुरस्कारों का व्यावसायीकरण करना सही नहीं है. जरूरतमंद कलाकारों की मदद करके हम अपने पिता की स्मृतियों का सम्मान करते हैं." वह बताती हैं कि उनके पिता का 1942 में देहांत हो गया और उसके दो तीन महीने के भीतर ही लता को अपने परिवार के गुजारे के लिए काम करना पड़ा. वह बताती हैं, "मुझे काम करते हुए 69 साल हो गए हैं. इस दौरान मैंने अपने काम में नेकनियती और ईमानदारी बनाए रखनी सीखी है."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह