दुर्घटना के शिकार लोगों का मुफ्त इलाज
१३ दिसम्बर २०१७दिल्ली कैबिनेट ने मंगलवार को सड़क दुर्घटनाओं, आग और एसिड हमलों के शिकार हुए पीड़ितों को शहर के सभी अस्पतालों में सरकारी खर्चे पर इलाज संबंधी नि:शुल्क उपचार योजना को मंजूरी दे दी. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया को यहां बताया, "कैबिनेट ने आज (मंगलवार) दुर्घटना पीड़ितों के उपचार की योजना को मंजूरी दे दी, जो उप राज्यपाल की मंजूरी के बाद लागू होगी."
जैन ने कहा, "सरकार दिल्ली या दिल्ली के बाहर के किसी भी व्यक्ति के उपचार का खर्च देगी, जो शहर की सड़क पर किसी दुर्घटना में घायल हो जाता है." उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में हर साल लगभग 8,000 दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें 20,000 लोग घायल होते हैं। इसमें औसतन 1,600 की मौत हो जाती है.
महंगे अस्पतालों का इलाज भी जरूरी है
दबाव में है भारत का हेल्थकेयर सिस्टम
स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, "नजदीकी अस्पतालों को छोड़कर पीड़ितों को आमतौर पर पैसे बचाने के लिए सरकारी अस्पतालों में ले जाया जाता है. दुर्भाग्यवश, बहुत सारे लोग समय से चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने के कारण मर जाते हैं. इस योजना से लोगों को बचाने में मदद मिलेगी."
दिल्ली समेत भारत के निजी अस्पातालों पर बीते सालों में बेहद महंगे इलाज और मरीजों को गुमराह करने के आरोप लगते रहे हैं. हाल ही में दिल्ली से सटे गुड़गांव में भी फोर्टिस अस्पताल पर एक बच्ची के मां बाप ने ऐसा ही आरोप लगाया. इसके कुछ ही दिन बाद जिंदा बच्चे को मृत घोषित करने पर दिल्ली के एक मैक्स अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया.
(इन कारणों से होते हैं सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट)
आईएएनएस