दावानल थॉमस के कुछ पहलू
प्राकृतिक आपदाएं इतनी तेजी से होने लगी हैं कि उन्हें नाम दिया जाने लगा है. थॉमस ने कैलिफोर्निया में भयानक तबाही मचाई है. इंस्टाग्राम के युग में आगजनी की सुंदर तस्वीरें सामने आई हैं, लेकिन आग तो आग है और तबाही तबाही.
30 फीसदी नियंत्रण
कैलिफोर्निया में करीब दो हफ्ते से थॉमस की लीला चल रही है. फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों को आग बुझाने में थोड़ी कामयाबी जरूर मिली है, लेकिन अभी भी उसके पश्चिम की ओर सूखे इलाके में बढ़ने का खतरा है.
भारी बर्बादी
4 दिसंबर 2017 को आग लगने के बाद इलाके के 900 से ज्यादा घर नष्ट हो गए. इनमें 700 रिहायशी मकान थे. एक लाख लोगों को इलाके से हटाकर सुरक्षित जगहों पर ले जाना पड़ा. कैलिफोर्निया के इतिहास में यह पांचवीं सबसे बड़ी आग है.
बड़ी आगों में से एक
1932 से जंगल की बड़ी आगों की लिस्ट बनाई जा रही है. इसके अनुसार 2012 की रश फायर अब तक की सबसे बड़ी आग थी. इसमें करीब 1277 वर्ग किलोमीटर इलाका जल गया. थॉमस आग पांचवे नंबर पर है. इसमें करीब 965 वर्ग किलोमीटर के इलाके में आग लगी है.
आग के लिए माकूल माहौल
मौसम विज्ञानियों ने वर्षा नहीं होने के कारण सूखी अवधि और तेज सैंटा आना हवाओं को आग के उत्पात का कारण बताया है. आम तौर पर मौसम इतना खुश्क नहीं होता, लेकिन इलाके में इस समय असामान्य रूप से अत्यंत सूखे का माहौल है.
ऐसे हुई शुरुआत
इस दावानल को यह नाम उस जगह के नाम से मिला है जहां सबसे पहले आग लगी थी. सैंटा पाउला के उत्तर में थॉमस एक्विनास कॉलेज से आग लगने की सूचना दी गई थी. छोटी सी झाड़ी में लगी आग उसके बाद लगातार पहाड़ों में फैलती गई.
सेहत की समस्या
बहुत सी जगहों पर धुएं और राख के छोटे कणों की वजह से चेतावनी दी गई है. जब तक चेतावनी है तब तक अधिकारियों ने लोगों से घरों में रहने, प्रभावित इलाके में गाड़ी न चलाने और बहुत सा पानी पीने को कहा है.
हर कहीं से मदद
कैलिफोर्निया के दमकल कर्मियों को दूसरे प्रांतों के सहयोगियों की मदद मिल रही है. दस टीमें तो ऑरेगन से ही आई हैं. इसके अलावा एरीजोना, वाशिंगटन, मोंटाना, न्यू मेक्सिको, नेवादा, कोलेराडो और ऊटा की टीमें भी आग बुझाने में लगी हैं.