1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

दलित हत्या मामले में चार लोग हिरासत में

ईशा भाटिया१५ मार्च २०१६

तमिलनाडु में एक दलित की दिन दहाड़े हुई हत्या के मामले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है. मारे गए व्यक्ति के ससुर ने किया आत्मसमर्पण.

https://p.dw.com/p/1IDGk
Symbolbild Mann mit Messer
तस्वीर: gebphotography - Fotolia.com

22 वर्षीय शंकर और 19 साल की कौशल्या पर हुए हमले का वीडियो इंटरनेट में फैला है. वीडियो में दो मोटरबाइकों पर सवार छह लोगों को छूरी और दरांतियों से हमला करते हुए देखा जा सकता है. इस सिलसिले में पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है. कुछ रिपोर्टों के अनुसार ये चारों व्यक्ति कौशल्या के परिवार से नाता रखते हैं. वहीं एक दिन पहले कौशल्या के पिता सी गोपालस्वामी ने अदालत में जा कर आत्मसमर्पण किया. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वे इसलिए आत्मसमर्पण कर रहे हैं क्योंकि वे इस हादसे से डर गए हैं, इसलिए नहीं कि उनका शंकर की हत्या से कुछ लेना देना है. उन्हें 21 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

वहीं अस्पताल में भर्ती कौशल्या ने यह बयान दिया कि उसे यकीन है कि हमला उसके परिवार ने ही कराया. स्थानीय चैनल से बात करते हुए कौशल्या ने कहा कि वह सभी हमलावरों की पहचान कर सकती है. स्थानीय समाचार चैनलों ने शंकर के पिता वेलु सामी से बात की, जिनका कहना है कि कौशल्या के परिवार की ओर से कई बार जोड़े को धमकियां मिलती रहती थीं लेकिन उन्हें उम्मीद थी कि वक्त के साथ कौशल्या का परिवार उनके बेटे को अपना लेगा. सामी का कहना है कि एक बार पहले कौशल्या का परिवार उसे जबरन उठा कर ले गया था और उसे घर में बंद कर दिया गया था. पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद ही उसे वहां से छुड़ाया जा सका था. उन्होंने बताया कि ऐसे कारणों से उसे पढ़ाई भी छोड़नी पड़ी.

तमिलनाडु में मई में चुनाव होने हैं और ऐसे में शंकर की मौत पर राज्य में राजनीति भी शुरू हो गयी है. कई दलित संगठन शंकर के परिवार के पक्ष में आए हैं. वामपंथी और दलित संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करने की भी बात कही है. वहीं अधिकतर राजनीतिक पार्टियों ने हत्या की निंदा तो की है लेकिन इसे जाति से जोड़ कर देखने से बच रहे हैं. कौशल्या जिस उच्च हिंदू जाति "थेवर" से नाता रखती है, वह सत्तारूढ़ पार्टी एआईएडीएमके का बड़ा वोट बैंक है. इस मामले पर टिप्पणी करते हुए पार्टी की एक प्रवक्ता ने कहा, "यह विवाद दो परिवारों के बीच का है, जातियों का नहीं."

राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने तमिलनाडु सरकार से दो हफ्ते के अंदर इस पूरे मामले पर जवाब मांगा है. तिरुपुर में रहने वाला वी शंकर इंजीनियरिंग का छात्र था और तीसरे साल की पढ़ाई कर रहा था. उसने आठ महीने पहले कौशल्या से शादी की थी.