दबाव के बावजूद इस्तीफा न देने पर अड़े येदियुरप्पा
२३ नवम्बर २०१०पार्टी नेतृत्व दो दिनों से येदियुरप्पा को नई दिल्ली बुला रहा था लेकिन वह नहीं आए. आखिरकार सोमवार शाम को येदियुरप्पा दिल्ली पहुंचे और कर्नाटक से बीजेपी के 17 सांसदों से मुलाकात की. इस मुलाकात के जरिए मुख्यमंत्री अपनी मजबूती का संदेश देना चाहते थे. दिल्ली पहुंचने पर जब उनसे पूछा गया कि क्या बीजेपी नेतृत्व चाहता है कि वह इस्तीफा दे दें तो उन्होंने जवाब दिया, "किसी ने मुझे इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा है." अरुण जेटली के साथ मुलाकात के बाद जब उनसे इस्तीफे की संभावनाओं के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि वह कयासबाजी पर टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं.
इसके बाद येदियुरप्पा ने सांसद प्रभाकर कोरे के निवास पर अरुण जेटली के साथ बैठक शुरू की. मंगलवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी से मिलेंगे. येदियुरप्पा पर आरोप लगे हैं कि जमीन आवंटन मामले में उन्होंने अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाया और अनियमितताएं बरती गईं. मुख्यमंत्री का कहना है कि मामले की न्यायिक जांच की जा रही है. लेकिन माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा की विदाई का मन बना चुके हैं. एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और राजनाथ सिंह का मानना है कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के बचाव का अब कोई रास्ता नहीं है और उन्हें पद छोड़ने के लिए कहा जाना चाहिए.
लेकिन येदियुरप्पा का अगला कदम क्या होगा इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता. उनका तर्क है कि अगर उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया जाता है तो कर्नाटक में पहली बीजेपी सरकार को नुकसान होगा. ऐसी सरकार जिसके गठन में उनकी भूमिका अहम रही है. हालांकि नाम गुप्त रखने की शर्त पर कुछ बीजेपी नेताओं ने उन संभावनाओं को खारिज कर दिया है कि येदियुरप्पा सरकार गिरा देंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा